Amritsar me Ghumne ki Jagah: अमृतसर भारत के राज्य पंजाब में स्थित एक पवित्र और ऐतिहासिक शहर है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और आध्यात्मिक महतव के लिए पुरे दुनिया में प्रसिद्ध है। यह भव्य शहर पंजाब में सबसे प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल है और भारत में एक लोकप्रिय धार्मिक स्थलों के रूप जाना जाता है। अमृतसर का अर्थ है अमृत का सरोवर जो अमृत सरोवर से लिया गया है, जो अद्भुत स्वर्ण मंदिर को घेरे हुए है, जिसे देश में सबसे पवित्र सरोवर माना जाता है।
अमृतसर पंजाब का ऐतिहासिक शहर होने के अलावा स्वर्ण मंदिर के लिए भी पुरे बिश्व में काफी प्रसिद्ध है जो हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक और तीर्थयात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसके अलावा अमृतसर वह जगह है जहाँ ब्रिटिश शासन के दौरान जलियांवाला बाग नरसंहार की दुखद घटना घटी थी।
एक धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल होने के नाते अमृतसर देश के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण का केंद्र है। शहर की स्थापना सिखों के चौथे गुरु रामदास द्वारा 1579 में किया गया था। आज यह शहर देश के सबसे प्रतिष्ठित शहरों में से एक है जो कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं को समेटा हुआ है। यह शहर उन लोगों के लिए एक आदर्श जगह है जो लोग आध्यात्मिक अनुभव को महसूस करते हुए शहर की ऐतिहासिक महत्व को जानना पसंद करते हैं।
यह शहर परंपरा और संस्कृति का एक खूबसूरत मेल को प्रस्तुत करता है। पर्यटक इसके प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक आकर्षणों पर जाकर इसकी सुनहरे अत्तीत को करीब से अनुभव करते हैं। इसलिए पंजाब का यह अनूठा शहर हर साल लाखों के संख्या में पर्यटकों का भव्य रूप से स्वागत करता है और यह भारतीय पर्यटकों के द्वारा जितना पसंद किया जाता है उतना ही अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों द्वारा सरहाना किया जाता है।
नमस्कार, आशा करता हूँ आप सभी कुशल मंगल होंगे। प्राचीन मंदिरों और सिख पूजा स्थलों होने के अलावा अमृतसर अपने स्वादिष्ट व्यंजनों, कपड़ों और हस्तशिल्प के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। सबसे बढ़कर यहाँ के मिलनसार लोग हैं जो यहाँ आने वाले सभी पर्यटकों का भरपूर स्वागत करते हैं। पंजाब की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाने वाला अमृतसर अपनी धार्मिक स्थलों से लेकर ऐतिहासिक स्थलों तक कई अलग अलग आकर्षण प्रदान करता है।
शहर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में स्वर्ण मंदिर, जलियाँवाला बाग, वाघा बॉर्डर, महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय, विभाजन संग्रहालय, अकाल तख्त, गोबिंदगढ़ किला और खैर-उद-दीन मस्जिद जैसे कई स्थल शामिल हैं। अगर आप भी इस शहर की यात्रा के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक है और अपने परिवार के साथ एक अनूठा समय बिताने के लिए योजना बना रहे हैं तो निश्चित रूप यह लेख आप के लिए ही है।
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अमृतसर में घूमने की जगह स्वर्ण मंदिर – Amritsar me Ghumne ki Jagah Golden Temple
स्वर्ण मंदिर पंजाब के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है जिसे श्री हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर देश के सबसे महत्पूर्ण आकर्षण है जो भारत के सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटक आकर्षण के रूप में जाना जाता है। स्वर्ण मंदिर सिखों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यह वास्तव में सद्भाव और पवित्रता की असली सुंदरता को प्रदर्शित करता है। मंदिर का निर्माण 1803 में पंजाब के शासक महाराजा रणजीत सिंह द्वारा किया गया था, जिन्होंने आधा हिस्सा संगमरमर तथा आधा हिस्सा तंबों से बनाया था, लेकिन बाद में इस पर शुद्ध सोने की परत चढ़ई गयी थी, तब से इसे स्वर्ण मंदिर कहा जाने लगा।
यह मंदिर एक शानदार वास्तुकला का प्रदर्शन करता है, जो हिंदू और इस्लामी वास्तुकला का एक अनूठा मिश्रण है। मंदिर का मुख्य आकर्षण सोने से बने एक बड़े गुंबद है जो लाखों पर्यटकों का ध्यान अपने ओर आकर्षित करता है। हालाँकि यह मंदिर मुख्य रूप से सिखों के लिए एक पवित्र तीर्थस्थल है लेकिन दुनिया की विभिन हिस्सों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल रहा है।
अमृतसर के प्रमुख पर्यटन स्थल जलियांवाला बाग – Amritsar Tourist Places in Hindi Jallianwala Bagh
जलियांवाला बाग भारत सबसे महत्पूर्ण ऐतिहासिक स्थलों में से एक है जो पंजाब राज्य के अमृतसर शहर में स्तिथ है। यह पुरे देश में एक ऐसी स्थान है जो स्वतंत्रता संग्राम की मार्मिक गाथा को जलियांवाला बाग के रूप में चित्रित करता है। यह विशेष रूप से उन लोगों की याद में बनवाया गया था जिनकी मृत्यु 13 अप्रैल 1919 को इस बाग में हुई थी। कहा जाता है की ब्रिटिश सेना ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में बड़ी संख्या में भारतीयों पर निर्दयतापूर्वक गोलियां चलाई गई, इस हमले के दौरान सैकड़ों लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए।
ऐसा भी कहा जाता है की हमले से बचने के लिए कई लोगों ने कुएं के अंदर छलांग लगा दी थी। आज जलियांवाला बाग देश के सबसे प्रतिष्ठित ऐतिहासिक स्थलों के रूप में प्रसिद्ध है और दुनिया के सभी हिस्सों से पर्यटकों के द्वारा अकसर दौरा किया जाता है। यह बाग स्वर्ण मंदिर के निकट स्तिथ है और 7 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। आज भी पर्यटक बाग की दीवारों और उस कुएं पर गोलियों के निशान देख सकते हैं जो उस काले दिन का याद दिलाता है। वास्तव में जलियांवाला केवल पंजाब में है नहीं वल्कि पुरे देश में एक प्रमुख ऐतिहासक स्थल है और अमृतसर में स्वतंत्रता संग्राम के उस दर्द भरी इतिहास को महसूस कर सकते हैं।
अमृतसर में सबसे मशहूर जगह वाघा बॉर्डर – Amritsar me Sabse Mashur Jagah Wagah Border
शहर के केंद्र से लगभग 30 किलोमीटर की किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ वाघा बॉर्डर भारत और पाकिस्तान के बिच एक सड़क सिमा है। यह स्थान अमृतसर में एक शीर्ष पर्यटक आकर्षण है। यह एक समारोह की मेजबानी करता है जहाँ दोनों देशों के सैनिक अपने देश के प्रति हार्दिक उत्साह का प्रदर्शन करते हैं। समारोह को देखने के लिए हर दिन हजारों के तादाद में पर्यटक वाघा बॉर्डर आते हैं, क्योंकि यह स्थान वास्तव में पर्यटकों के लिए एक अलग ऊर्जा प्रदान करता है। यकीनन वाघा बॉर्डर अमृतसर में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है।
अमृतसर में घूमने की जगह अकाल तख्त – Amritsar me Ghumne ki Jagah Akal Takht
अकाल तख्त अमृतसर में एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जिसे कालातीत सिंहासन के रूप में जाना जाता है। यह सिख धर्म में सबसे महत्वपूर्ण राजनितिक प्रशासनिक संगठन है। अकाल तख्त का शाब्दिक अर्थ है कालातीत का सिंहासन जिसे सिख धर्म में सबसे सर्वोच्च सीट का प्रतिक माना जता है। यह स्वर्ण मंदिर परिसर में स्तिथ है और सिखों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। इस का निर्माण सिखों के छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद सिंह जी ने बर्ष 1606 में करवाया था। आज यह अमृतसर में एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है और अमृतसर में घूमने के लिए एक आदर्श जगह है। यह स्थान शांत वातावरण में घिरा हुआ है और यहाँ आने वाले पर्यटकों को शांति और सुकून प्रदान करता है।
अमृतसर में घूमने की जगह दुर्गियाना मंदिर – Amritsar me Ghumne ki Jagah Durgiana Temple
दुर्गियाना मंदिर अमृतसर में एक महत्वपूर्ण हिंदू मंदिर है जिसे अधिकतर लक्ष्मी नारायण मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर अमृतसर में एक प्रमुख धार्मिक आकर्षण है और हजारों पर्यटकों के ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। यह मंदिर मुख्य रूप से देवी दुर्गा को समर्पित है और अमृतसर के दूसरा सबसे पवित्र मंदिर के रूप में जाना जाता है। दुर्गा देवी के अलावा मंदिर में भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को भी समर्पित है। मंदिर का निर्माण 16 शताब्दी के अंत में किया गया था और 1921 में गुरु हरसाई मल कपूर द्वारा पुनर्निर्माण किया गया। यहाँ मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहार जन्माष्टमी, दशहरा, दिवाली और रामनवमी हैं जो देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटकों को आकर्षित करता।
अमृतसर में ऐतिहासिक जगह गोबिंदगढ़ किला – Amritsar me Atihasik Jagah Gobindgarh Fort
गोबिंदगढ़ किला अमृतसर में स्तिथ एक ऐतिहासिक किला है जिसे शुरू में भागियन दा किला के नाम से जाना जाता था। यह किला अमृतसर में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है और यहाँ आने वाले लगभग सभी पर्यटकों के द्वारा अक्सर दौरा किया जाता है। विशाल क्षेत्र में फैला गोबिंदगढ़ किला का निर्माण शुरू में गूजर सिंह द्वारा किया गया था और बाद में महाराजा रणजीत सिंह ने इस किला को अपने कब्जे में ले लिया था। किले का अंतिम निर्माण महाराजा रणजीत सिंह द्वारा किया गया था। इस किले का मुख्य आकर्षण युद्ध संग्रहालय, सिक्का संग्रहालय और हाट बाजार है जो इसे अमृतसर में घूमने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बनाते हैं।
अमृतसर में धार्मिक जगह तरन तारण गुरुद्वारा – Amritsar me Dharmik Jagah Tarn Taran
स्वर्ण मंदिर से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ तरन तारण भारत में सबसे प्रमुख सिख तीर्थ स्थलों में से एक है और पंजाब के तरन तारण जिले में स्तिथ है। यह अमृतसर में घूमने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है जो अपने गुरुद्वारा श्री तरनतारन साहिब के लिए बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर की स्थापना बर्ष 150 में सिखों के पांचवें गुरु, अर्जन देव ने की थी।
यह न केवल तीर्थयात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है वल्कि पर्यटक भी इसकी सुंदरता और आध्यात्मिक अनुभव के लिए अक्सर खींचे चले आते हैं। मंदिर का मुख्य आकर्षण दरबार साहिब हैं जिन्हें गुरुद्वार तरनतारन के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए भी मशहूर है और इसकी डिज़ाइन और 3 मंजिला सरंचना स्वर्ण मंदिर जैसा प्रतीत होता है। इसलिए यह अमृतसर सबसे अधिक देखे जाने वाले स्थानों में से एक है और बड़ी तादाद में भीड़ यहाँ देखि जा सकती है।
अमृतसर में ऐतिहासिक स्थल पार्टीशन म्यूजियम – Amritsar Tourist Places in Hindi Partition Museum
अमृतसर के ओर एक प्रमुख आकर्षणों में पार्टीशन म्यूजियम एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो अमृतसर में घूमने के लिए एक लोकप्रिय स्थान के रूप जाना जाता है। संग्रहालय का उद्देश्य भारत और पाकिस्तान के विभाजन से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण दस्तावेजों, कहानी सामग्री और अन्य चीजों को रखना है। यह संग्रहालय पुरे दुनिया में पहला ऐसा संग्रहालय है जो विभाजन के समय हुए सभी कहानियों को समेटा हुआ है। पार्टीशन म्यूजियम अमृतसर में टाउन हॉल में स्थित है जिसे 2017 में जनता के लिए खोला गया था। अमृतसर में घूमने के लिए पार्टीशन म्यूजियम एक बड़ा आकर्षण है और इतिहास में रूचि रखने वाले लोगों के लिए एक आदर्श जगह है।
अमृतसर में घूमने की जगह माता लाल देवी मंदिर – Amritsar me Ghumne ki Jagah Mata Lal Devi Mandir
माता लाल देवी मंदिर अमृतसर शहर में स्तिथ एक पवित्र हिंदू मंदिर है और अमृतसर में घूमने के लिए एक शीर्ष धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर 20वीं सदी की एक महिला संत को समर्पित है जिन्हें माता लाल देवी के नाम से जाना जाता है। मंदिर के धार्मिक महत्व और असाधारण माहौल प्रयटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। पुरे मंदिर परिसर की दीवारों में विभिन्न देवी देवताओं के मूर्ति स्थापित है जो दूर दूर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। ऐसा माना जाता है की यह मंदिर चमत्कारी शक्तियों से भरा हुआ है और जो भी महिला इस मंदिर में बच्चों के लिए प्रार्थना करती है, उसे मनचाहा फल मिलता है।
महाराजा रंजीत सिंह संग्रहालय – Maharaja Ranjit Singh Museum
महाराजा रंजीत सिंह संग्रहालय अमृतसर एक लोकप्रिय ऐतिहासिक संग्रहालय है। यह संग्रहालय सिख सम्राट महाराजा रणजीत सिंह को समर्पित है और उन से जुडी कई वस्तुओं को पदर्शित करता है जिनमें हथियार, कवच, उत्कृष्ट पेंटिंग, सदियों पुरानी पांडुलिपियां और सिक्के शामिल हैं। यह अमृतसर में सबसे अच्छे संग्रहालयों में से एक है और घूमने के लिए एक शीर्ष आकर्षण है।
अमृतसर के प्रमुख दर्शनीय स्थल खैरुद्दीन मस्जिद – Amritsar Tourist Places in Hindi Khairuddin Mosque
शहर के केंद्र में स्तिथ खैरुद्दीन मस्जिद एक लोकप्रिय आकर्षण है जिसे जामा मस्जिद के रूप में जाना जाता है। मिस्जद का निर्माण 1876 में मुहम्मद खैरुद्दीन द्वारा किया गया था। आज यह मस्जिद अमृतसर में एक धार्मिक और ऐतिहासिक आकर्षण है और पर्यटकों के बिच काफी लोकप्रिय है। धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के अलावा यह मस्जिद अपनी प्रभावशाली वास्तुकला और सुंदरता के कारण अमृतसर की पर्यटन स्थलों में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मस्जिद इस्लामी वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदहारण है और इसकी दिवार पर जटिल कलाकृति के साथ साथ हरे और सफेद संरचना में तीन गुंबद और चार मीनारें वास्तव में देखने लायक है।
अमृतसर में घूमने की जगह खालसा कॉलेज – Amritsar me Ghumne ki Jagah Khalsa College
अमृतसर में सबसे पुराने कॉलेजों में से एक है खालसा कॉलेज है जिसे पंजाब की संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था। इस शिक्षण संस्थान की स्थापना 1892 में किया गया था। 300 एकड़ से अधिक परिसर में फैला यह इंडो-सरसेनिक शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और अमृतसर में घूमने के लिए एक बेहतरीन जगह है।
अमृतसर पर्यटन स्थल साड्डा पिंड – Amritsar Parytan Sthal Sadda Pind
अमृतसर शहर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ साड्डा पिंड अमृतसर में एक बड़ा आकर्षण है। यह गांव अपने पारंपरिक पंजाबी संस्कृति और विरासत के लिए जाना जाता है। यह जगह 12 एकेड के क्षेत्र में फैला हुआ है और पंजाब राज्य की संस्कृति और परंपरा को अनुभव करने के लिए एक शानदार जगह है। यहाँ पर्यटक पारंपरिक पंजाबी नृत्य, संगीत, खाद्य पदार्थ, पोशाक और स्थानीय हस्तशिल्प के साथ साथ पंजाब की अनूठे संस्कृति को अनुभव कर सकते हैं।
अमृतसर में घूमने की जगह हॉल बाजार – Amritsar me Ghumne ki Jagah Hall Bazaar
शहर के सबसे प्राचीन बाजारों में से एक हॉल बाजार अमृतसर में घूमने और खरीदारी के लिए एक आदर्श जगह है। यह जीवंत बाजार अमृतसर की सबसे व्यस्त बाज़ारों में से एक है जहाँ इलेक्ट्रॉनिक्स, किताबें,आभूषण, पारंपरिक वस्त्र, चीनी लैंप और यहाँ तक कि दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुएं भी मिल जाती है। इसके अलावा यह बाजार पारंपरिक फुलकारी कढ़ाई और अमृतसर जूतियों की बिक्री के लिए भी बेहद लोकप्रिय है।
कहा जाए तो यह स्थान उन लोगों के लिए महतपूर्ण जगह है जो खदीदारी में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं। बाजार को घूमते हुए पर्यटक अमृतसर की पारंपरिक चीजों का पता लगा सकते हैं और खरीदारी का भरपूर आन्नद ले सकते हैं। बाजार में प्रवेश गांधी गेट के माध्यम से होता है जो एक मुगल शैली का प्रवेश द्वार है। अमृतसर की यादगार यात्रा के लिए हॉल बाजार एक बेहतरीन जगह है।
अमृतसर का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन – Famous Food in Amritsar in Hindi
अमृतसर अपने स्वर्ण मंदिर के लिए मशहूर है, जहां देश दुनिया से लोग अपना माथा टिकने के लिए पहुंचते हैं मगर इसके अलावा यह अपने स्वादिष्ट पंजाबी व्यंजनों के लिए भी बहुत मशहूर है, जो कि उसे अपने आप में ही खास बनाता है। शुद्ध देसी घी में बने हुए पकवानों और व्यंजनों का स्वाद ही अमृतसरी खाने की पहचान है। एक बार आपने अमृतसर के खाने का स्वाद चख लिया तो बस आप उंगलियां चाटते ही रह जाएंगे। यहां अलग अलग जगहों पर पाया जाने वाला लजीज खाना उसमें से एक है। इसलिए कुछ लोग इसे भारत का कली नारी कैपिटल भी कहते हैं। कुल मिलाकर पेट पूजा के लिए यह एक बेस्ट जगह है।
यहां के पंजाबियों के मामले में यह निश्चित रूप से सच है, जो कि वह सच्चे पेटू होते हैं। उनके लिए भोजन ही सब कुछ है, और कोई भी पंजाबी की तरह वसायुक्त व्यंजनों का असली वैभव में स्वाद नहीं ले सकता है। पंजाबियों को खाने में चटक पन बहुत ज्यादा पसंद होता है। इसलिए यहां वैसा ही चटपटा खाना मिलता है। अमृतसर में खाने के ऐसी ही कुछ व्यंजन फेमस है, जिसका कोई जवाब ही नहीं है।
तो आइए जानते हैं कि ट्रिप के दौरान हम वहां कौन-कौन से व्यंजनों का आनंद कहां पर ले सकते हैं। भरावां दा ढाबा, गुरु का लंगर, पाल दा ढाबा में पाया, बीरा चिकन कॉर्नर पर चिकन टिक्का तंदूरी, आदर्श मीट शॉप पर मटन चाप, आहूजा लस्सी, मामे दा ढाबा पर भेजा फ्राई, शर्मा स्वीट शॉप की जलेबी, हाल बाजार का फ्रूट क्रीम और कुल्फि, कान्हा स्वीट्स की पिन्नी और नौवल्टी स्वीट्स का गाजर का हलवा।
अमृतसर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय – Best Time to Visit Amritsar in Hindi
वैसे तो अमृतसर साल में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है लेकिन अमृतसर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च के बीच होता है जो आमतौर पर सर्दियों का मौसम होता है। इन महीनों के दौरान तापमान सुखद अनुभव होता है और दर्शनीय स्थलों की यात्रा करने के लिए आदर्श समय भी होता है। यहाँ सर्दियों के दौरान ठंड रहती है, इसलिए गर्म कपडे साथ लेकर जाएँ।
अमृतसर में गर्मियों का मौसम अप्रैल महीने में शुरू होती है और जून के अंत तक चलती है। इन महीनों के दौरान यहाँ शुष्क और गर्म जलवायु होती है और तापमान अपने चरम पर पहंच जाती है। गर्मियों के मौसम के दौरान यहाँ का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है और शहर में गर्मियों की प्रभाव ज्यादा अनुभव होती है जो घूमने के लिए विल्कुल भी आदर्श नहीं है। मानसून का मौसम जुलाई से शुरू होकर सितंबर तक चलती है। इन महीनों के दौरान तापमान आमतौर पर 23 डिग्री से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है और माध्यम बारिस के साथ गर्मी से राहत दिलाती है।
अमृतसर कैसे पहंचे – How to Reach Amritsar in Hindi
वायु मार्ग – By Air: निकटतम हवाई अड्डा राजा सांसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है जिसे श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी के नाम से भी जाना जाता है। यह हवाई अड्डा शहर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है और देश के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग – By Train: अमृतसर रेलवे स्टेशन शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो देश के लगभग सभी प्रमुख नगरों जैसे कोलकाता, हैदराबाद, आगरा, मुंबई, चंडीगढ़ और दिल्ली अदि से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग – By Road: देश के कई प्रमुख शहरों से अमृतसर के लिए बसें और टैक्सियां उपलब्ध रहती है। वैसे दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना और जलंधर अदि शहरों से यहाँ के लिए सीधी और नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
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