बीबी का मक़बरा इतिहास, वास्तुकला और पूरी जानकारी – Bibi ka Maqbara Information in Hindi

Bibi ka Maqbara Information in Hindi: देश के सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक आकर्षणों में से बीबी का मकबरा का नाम जरूर आता है जो महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद में स्थित है। यह शानदार स्मारक मुगल बादशाह औरंगजेब की पहली और सबसे प्यारी पत्नी दिलरस बेगम के लिए बनाया गया एक खूबसूरत मकबरा है। औरंगज़ेब के शासनकाल के दौरान निर्मित यह सबसे बड़ी संरचनाओं में से एक है जिसे भारत के दक्षिणी भाग में एकमात्र मुगल वास्तुकला माना जाता है।

बीबी का मकबरा मकबरा बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक है। ताजमहल के समान ही यहां पर बेहद खूबसूरत नक्काशी की गई है, जहां ताजमहल पूरा संगमरमर का बना हुआ है वहीं बीबी का मकबरा नीचे से संगमरमर और ऊपर से प्लास्टर का बना हुआ है। ताजमहल को बनाने में लगभग ढाई करोड रुपए खर्च हुए थे, लेकिन बीवी का मकबरा केवल 7 लाख में बनकर तैयार हुआ था। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतने कम पैसों में इतनी गजब की कारीगरी दिखाना कोई आम बात नहीं है। तो आइए दोस्तों आर्टिकल को शुरू करते हैं, और बीबी के मकबरे के बारे में पूरी जानकारी देख लेते हैं।

सभी को नमस्कार, उम्मीद है आप सभी अच्छे होंगे। बीबी का मकबरा जिसे दक्षिण का ताजमहल और छोटा ताजमहल के नाम से भी जाना जाता है। यह ताजमहल के समान ही एक बहुत खूबसूरत मकबरा है। इस मकबरे का निर्माण कब और किसने करवाया था, यह हम आज के आर्टिकल में देखेंगे, यहां मैं आपको बीबी के मकबरे के इतिहास, वास्तुकला और यहां घूमने जाने के रास्तों के बारे में बात करूंगा, साथ ही साथ मैं बीबी के मकबरे में देखने लायक चीजों के बारे में भी बात करूंगा कि यहां पर जाकर आपको किन किन जगहों पर घूमना चाहिए और क्या-क्या चीजें देखनी चाहिए।

और पढ़े: मांगी तुंगी जैन तीर्थ इतिहास, वास्तुकला और घूमने की जगह जानकारी

Table Contents

बीबी के मकबरे का इतिहास – History of Bibi Ka Maqbara in Hindi

Bibi ka Maqbara

दोस्तों आगरा के ताजमहल का निर्माण औरंगजेब के पिता शाहजहां ने करवाया था, इसलिए औरंगजेब भी अपनी पत्नी दिलराज बानो बेगम की याद में मकबरा बनवाना चाहते थे। औरंगजेब ने 1658 में शासन करना शुरू किया था, और लगभग इसी समय 8 अक्टूबर 1657 में इनकी पत्नी दिल रास बानो बेगम का निधन हो गया था। बेगम का निधन 35 साल की आयु में एक गंभीर बुखार के कारण हुआ था, इसलिए इन्होंने ताजमहल के समान ही एक मकबरा बनाना चाहा था।

इन्होंने यह मकबरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बनवाया क्योंकि यहीं पर इनकी पत्नी का देहांत हुआ था। मकबरे के निर्माण के लिए राजस्थान से संगमरमर पत्थर आया था। इस मकबरे का निर्माण कार्य 1657 में पत्नी की मृत्यु के समय शुरू हुआ था और लगभग 1662 में संपूर्ण हुआ था।

मकबरे के निर्माण में अनोखी जानकारी यह है कि निर्माण कार्य के बीच में ही संगमरमर का आयात बंद हो गया था, जिसके चलते बाकी के मकबरे को प्लास्टर से बना दिया गया था। जब आप मकबरे में जाएंगे तो यह महसूस कर पाएंगे कि यह मकबरा नीचे से संगमरमर और ऊपर से प्लस पर का बना हुआ है यहां पर प्लास्टर से निकासी की गई है जो कि बहुत हद तक छीन भिन्न हो गई है, क्योंकि प्लास्टर अधिक समय तक टिक नहीं पाता।

बीबी के मकबरे की वास्तुकला – Architecture of Bibi Ka Maqbara in Hindi

Bibi ka Maqbara history in hindi

बीबी का मकबरा लगभग 27 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें मुख्य मकबरा और मीनारों को मिलाकर 3094 वर्ग मीटर जगह होती है। औरंगजेब इस मकबरे के निर्माण में ताजमहल को पीछे छोड़ना चाहता था, लेकिन आज के समय में ताजमहल ज्यों का त्यों टिका हुआ है और बीबी के मकबरे की खूबसूरती समय के साथ कम हो गई है। इसे बहुत लोग ताजमहल की फूहड़ नकल भी कहते हैं।

इस मकबरे में प्लास्टर की नक्काशी की गई है, जो कि बेहद खूबसूरत है। यह मकबरा हूबहू ताजमहल के जैसा बनाया गया है। बिल्कुल वैसे ही यहां पर एंट्री के समय मेहराब बनाया गया है, जिसपर बेहद खूबसूरत नक्काशी की गई है। मेहराब के अंदर और बाहर दोनों तरफ से नक्काशी की गई है।

मकबरे तक आने के लिए पत्थर की सड़क है, जोकि मकबरे के चारों तरफ बनी हुई है। मकबरे के चारों तरफ गेट है और बाग है, मकबरे के ठीक सामने फव्वारा लगाया गया है। यहां पर आप बहुत से फव्वारों को देखा जा सकता है।

इस मकबरे का गुंबद पूरी तरह से संगमरमर का बना हुआ है। इस मकबरे को बनाने के लिए संगमरमर राजस्थान के जयपुर से लाया गया था। अतउल्लाह को इसके निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, इन्हीं के पिता ने ताजमहल का निर्माण करवाया था। लेकिन औरंगजेब द्वारा लगाए जा रहे पैसे बहुत कम थे, इसलिए यह ताजमहल जितना खूबसूरत नहीं बन पाया।

बीबी का मकबरा कहाँ है – Bibi ka Maqbara Kaha Hai

बीबी का मकबरा भारत के महाराष्ट्र राज्य में औरंगाबाद में स्तिथ है जिसे देश का एक खूबसूरत और प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारक रूप में जाता है।

बीबी का मकबरा किसने बनाया – Bibi ka Maqbara Kisne Banaya

बीबी का मकबरा का निर्माण औरंगजेब के बेटे आजम शाह ने 1651 ईस्वी और 1661 ईस्वी के बीच अपनी मां बेगम राबिया दुरानी की याद में बनवाया था।

बीबी का मक़बरा प्रवेश शुल्क और यात्रा समय – Bibi ka Maqbara Entry Fee And Visiting Time

अगर आप भारतीय हैं तो यहां पर आपको केवल ₹25 में एंट्री मिल जाएगी। लेकिन अगर आप बाहर देश से हैं तो आपको 250 देने पड़ेंगे। यहां पर आप सुबह 6:00 से रात के 10:00 बजे तक घूम सकते हैं, 6:00 बजे से पहले और 10:00 बजे के बाद कोई एंट्री नहीं होती है।

बीबी के मकबरे में देखने लायक जगह – Top Tourist Attractions of Bibi Ka Maqbara in Hindi

तो आइए दोस्तों मकबरे में देखने लायक मुख्य जगहों के बारे में जान लेते हैं, अगर आप बीबी का मकबरा देखने जा रहे हैं तो आपको यहां पर यह 10 मुख्य चीजें जरूर देखनी चाहिए।

1. मुख्य समाधी – Main Mausoleum

अगर आप बीबी के मकबरे में जा रहे हैं तो आपको यहां पर मुख्य समाधि को जरूर देखना चाहिए। यह बिल्कुल मकबरे के बीच में स्थित है और इसे आप केवल ऊपर से ही देख सकते हैं। समाधि के ऊपर एक चादर चढ़ाई गई है और यहां पर बहुत से पैसे मिलेंगे जो कि लोगों ने डाल रखे हैं।

2. प्रवेश द्वार – Entrance Gate

यहां पर प्रवेश द्वार बनाने के लिए हूबहू ताजमहल की नकल की गई है। ठीक उसी प्रकार की नक्काशी हमें दीवारों पर देखने को मिलती है। लेकिन यह नक्काशी प्लास्टर की है, इसलिए समय के साथ खराब हो चुकी है। लेकिन कारीगरों द्वारा की गई मेहनत को आज भी आप महसूस कर पाएंगे।

3. बाग – Garden

मकबरे के चारों तरफ खूबसूरत बाग है और यहां पर तरह-तरह के पेड़ पौधे हैं। यहां ज्यादातर आपको आम के पेड़ मिलेंगे। पूरे बाग में हरी भरी घास है, अगर आप हरियाली को देखने के शौकीन है तो यह जगह उचित है। आप यहां पर बैठकर आराम करते हुए एक अच्छा समय बिता सकते हैं।

4. पक्के रास्ते – Paved Pathways

मकबरे के चारों और पक्के रास्ते हैं। यहां पर 4 तरफ से प्रवेश द्वार है और मकबरे से प्रवेश द्वारों तक पक्की सड़कें बनाई गई हैं। यह पक्की और चिकनी सड़कें पत्थर की बनी हुई है, इसलिए अभी तक ज्यों की त्यों टिकी हुई है।

5. पानी के लिए फव्वारे और रस्ते – Water Channels & Fountains

यहां पर जगह जगह पर खूबसूरत फव्वारे लगे हुए हैं। फव्वारों के लिए पानी की भी उचित व्यवस्था है। इनमें से बहुत से फव्वारे समय के साथ खराब हो चुके है, इसलिए इनकी जगह पर अब मॉडर्न फव्वारे लगा दिए गए हैं। लेकिन अभी भी आप बीबी के मकबरे में बहुत से पुराने फव्वारे देख पाएंगे।

6. चार मीनार – Four Minarets

ताजमहल के समान ही यहां पर मकबरे के चारों तरफ मीनारें बनाई गई है। यहां पर चारों मीनारें बहुत ही खूबसूरत है और बाहर की तरफ झुकी हुई है। इन मीनारों का बाहर की तरफ झुकाव इसलिए है क्योंकि अगर मिनारे गिरती है, तो मकबरे को नुकसान नहीं पहुंचेगा।

7. समाधी का कमरा – Tomb Chamber

मकबरे के अंदर समाधि का एक अलग कमरा बना हुआ है, हालांकि समाधि का असली कमरा जमीन के थोड़े नीचे है, जहां पर आप नहीं जा सकते। इसका मुख्य दरवाजा बंद कर दिया गया है, लेकिन आप समाधि को केवल ऊपर से ही देख सकते हैं। यहाँ पर समाधि के कमरे में बेहद खूबसूरत नक्काशी की गई है। ऊपर बैठने के लिए लोगों की जगह है, जहां पर सुरक्षाकर्मी बैठा करते थे और बाहर से हवा आने के लिए भी खिड़की दरवाजे हैं।

8. महीन कारीगरी – Fine Workmanship

आप पूरे महल में खूबसूरत कारीगरी देख पाएंगे पूरे मकबरे, बाहर के दरवाजे और मीनारों पर बेहद खूबसूरत कारीगरी की गई है। ऊपर के गुंबद और कुछ चीजों की कारीगरी सफेद संगमरमर पर हुई है और ज्यादातर दीवारों की कारीगरी प्लास्टर से हुई है।

9. मस्जिद – Mosque

मकबरे के अंदर भी मस्जिद बनाई गई है, जोकि मकबरे के बिल्कुल पास में स्थित है। इस मस्जिद का निर्माण मकबरे के निर्माण के काफी समय बाद हुआ था।

10. संग्रहालय – Museum

यहां पर एक संग्रहालय भी है, जिसमें कि आप मकबरे से जुड़ी बहुत सी चीजों को देख सकते हैं। यहां पर बहुत सी पुरानी चीजें रखी गई है और आप यहां पर मकबरे और मस्जिद के इतिहास के बारे में और अधिक जान पाएंगे। 

बीबी के मकबरे के आसपास घुमने की जगह – Best Places to Visit Near Bibi ka Maqbara in Hindi

यह मकबरा औरंगाबाद में स्थित है और औरंगाबाद में बहुत ही खूबसूरत जगह है, जहां पर आप घूम कर आनंद ले सकते हैं। आइए यहां की मुख्य 10 जगहों के बारे में देख लेते हैं।

1. अजंता की गुफाएं – Ajanta Caves

अजंता की गुफाएं बीबी के मकबरे से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह बौद्ध गुफाएं हैं और दूसरी शताब्दी में बनाई गई थी, सभी गुफाओं में अलग-अलग कक्ष बनाए गए हैं, मेडिटेशन, सोने, और खाने के लिए अलग-अलग कक्ष है।

और पढ़े: अजंता की गुफाओं का इतिहास, वास्तुकला और घूमने की जानकारी 

2. एल्लोरा की गुफाएं – Ellora Caves

एलोरा की गुफाएं औरंगाबाद से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह यूनेस्को द्वारा संरक्षित है और यहां पर बौद्ध धर्म के साथ-साथ बहुत सी हिंदू और जैन गुफाएं भी है।  इनकी बनावट और नक्काशी बेहद खूबसूरत है। यहां पर अलग-अलग कक्ष बनाए गए हैं।

3. दौलताबाद का किला – Daulatabad Fort

दौलताबाद का किला औरंगाबाद से केवल 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह किला यहां के महान इतिहास के बारे में दर्शाता है। यह बहुत ही खूबसूरत और भव्य किला है। आप यहां पर जाकर देख सकते हैं कि आक्रमणकारियों से बचाव के लिए क्या-क्या इंतजाम किए गए हैं।

4. पनचक्की – Panchakki

यहां पर 17 शताब्दी में बनी एक बेहद खूबसूरत पंचक्की है। यह औरंगाबाद से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस पंचक्की से उस समय में चावल पीसने जैसे कार्य किए जाते थे, यह बहते हुए पानी से घूमती थी।

5. औरंगाबाद की गुफाएं – Aurangabad Caves

बीबी के मकबरे से थोड़ी ही दूरी पर बौद्ध गुफाएं हैं, जिनका निर्माण छठी से सातवीं शताब्दी के बीच हुआ था। यह भी अजंता और एलोरा की गुफाओं के समान बेहद ही खूबसूरत है, इनमें हिंदू बौद्ध और जैन साधु रहा करते थे।

6. घृष्णेश्वर मंदिर – Grishneshwar Temple

यह मंदिर औरंगाबाद से केवल 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह शिवजी भगवान का मंदिर है जो कि भारत में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से 12वें स्थान पर है।

7. भद्र मारुती मंदिर – Bhadra Maruti Mandir

यह भगवान हनुमान को समर्पित मंदिर है जो कि औरंगाबाद से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह बहुत ही खूबसूरत मंदिर है और हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

8. सिद्धार्थ बाग और चिड़ियाघर – Siddharth Garden and Zoo

सिद्धार्थ बाग बहुत ही खूबसूरत बाग़ और चिड़ियाघर है। अगर आप जीव प्रेमी हैं तो आपको यहां पर जरूर आना चाहिए, यह औरंगाबाद शहर में ही स्थित है। यहां का माहौल बहुत ही साफ सुथरा और शांत है। आप यहां पर अलग-अलग किस्मों के जीवों को देख पाएंगे।

9. जयकवाड़ी बांध – Jayakwadi Dam

यह बांध औरंगाबाद से केवल 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से आसपास का दृश्य बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है। आप यहां पर जाकर मनोरंजन कर सकते हैं।

10. लोनार क्रेटर झील – Lonar Crater Lake

यह औरंगाबाद से 150 किलोमीटर दूर स्थित है, यह एक प्राकृतिक झील है जो कि अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है, इस झील के आसपास बहुत खूबसूरत हरियाली है, और सुंदर सुंदर पक्षी रहते हैं।

बीबी का मक़बरा कैसे पहंचे? – How to Reach Bibi ka Maqbara in Hindi?

हवाई मार्ग – By Air: यहां का सबसे करीबी हवाई अड्डा औरंगाबाद एयरपोर्ट है, जोकि बीबी के मकबरे से केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, आप इस हवाई अड्डे की सहायता से पूरे भारत से कहीं से भी औरंगाबाद आ सकते हैं।

रेल मार्ग -By Train: औरंगाबाद का रेलवे स्टेशन भारत के बाकी बड़े शहरों से बहुत अच्छे कनेक्टिविटी रखता है। आप कहीं से भी टिकट लेकर औरंगाबाद स्टेशन पर आ सकते हैं और फिर बीबी के मकबरे पर जा सकते हैं। बीवी का मकबरा यहां से कुछ ही दूरी पर है।

सड़क मार्ग – By Road: औरंगाबाद महाराष्ट्र के बाकी शहरों से बहुत अच्छी कनेक्टिविटी रखता है। यहां पर हाईवे की कनेक्टिविटी बहुत जबरदस्त है और आप सड़क मार्ग से आसानी से औरंगाबाद आ सकते हैं। 

Conclusion:

दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल। आशा करूंगा कि आप को दी गई जानकारी पसंद आई होगी। इस आर्टिकल में हमने बीबी के मकबरे के बारे में पूरी जानकारी ली है, यहां पर मैंने आपको बीबी के मकबरे का इतिहास वास्तुकला और यहां पर घूमने का समय टिकट प्राइस और जाने के रास्तों के बारे में भी पूरी जानकारी दी है। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने करीबी साथियों के साथ जरूर साझा करें। मिलते हैं किसी नए आर्टिकल में नई जानकारी के साथ। 


और पढ़े: 

Leave a Comment