Gwalior Me Ghumne ki Jagah: मध्य प्रदेश के सबसे जीवंत और खूबसूरत शहरों में से एक ग्वालियर भारत का एक प्रसिद्ध शहर है। यह अद्भुत शहर अपने अंतहीन आकर्षण के लिए पुरे दुनिया में सबसे लोकप्रिय शहर है। यह मध्य प्रदेश के एक खूबसूरत शहर होने के साथ साथ एक ऐतिहासिक शहर के रूप में भी जाना जाता है, जहाँ हर साल लाखों के संख्या में पर्यटक मंत्रमुग्ध होने के लिए आते हैं। ग्वालियर कला, वास्तुकला और इतिहास का एक आदर्श मिश्रण है। यह शहर अपनी पुराने महलों, प्राचीन मंदिरों, ऐतिहासिक किलों और कई दिलचप आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा शहर की प्राकृतिक सुंदरता और लुभावने वातावरण अक्सर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
संगीतकारों की नगरी के रूप में प्रसिद्ध ग्वालियर शहर भारत के मध्य प्रदेश राज्य का बहुत ही सुंदर और ऐतिहासिक शहर है। ग्वालियर शहर की सांस्कृतिक विरासत देखने के लिए सालाना हजारों पर्यटक ग्वालियर में आते हैं। यह एक ऐसी स्थान है जो दस्तों, रिवार, साथी या यहां तक कि अकेले घूमने के लिए यह एक आदर्श स्थान है। आप भी ग्वालियर जाकर यहां की प्रसिद्धि के साक्षी हो सकते हैं। आइए दोस्तों अधिक समय खराब ना करते हुए जल्दी से जल्दी आर्टिकल को देख लेते हैं।
सभी को नमस्कार, मुझे उम्मीद है आप सभी अच्छे होंगे। ग्वालियर एक ऐसा शहर है जो कहानियों और ऐतिहासिक घटनाओं से घिरा हुआ है और किसी भी इतिहास प्रेमी, पर्यटकों, फोटोग्राफर या फिर किसी आम वयक्ति को महित कर सकता है। अगर आप भी इस शानदार और ऐतिहासिक शहर की यात्रा के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक है और शहर की सभी आकर्षणों का पता लगाना चाहते हैं तो यह लेख आप के लिए ही है। इस आर्टिकल में हम ग्वालियर में घूमने की जगह के बारे में पूरी जानकारी देखेंगे, यहाँ मैं आपको ग्वालियर में घूमने की 20 प्रसिद्ध जगहों के साथ-साथ ग्वालियर में रुकने की जगह, यहां के प्रसिद्ध भोजन और एक छोटे टूर प्लान के बारे में भी बताऊंगा, इसलिए अगर आप ग्वालियर में घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर देखिए।
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Table Contents
ग्वालियर में घूमने की जगह, ग्वालियर का किला – Gwalior me Ghumne ki Jagah, Gwalior Fort
मध्य प्रदेश में ग्वालियर का किला सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। किले का निर्माण 8 वीं शताब्दी के दौरान सूरज सेन द्वारा गोपाचल नामक एक चट्टानी पहाड़ी पर बनाया गया था। यह किला भारत का सबसे बड़े किलों में से एक है और ग्वालियर में घूमने के लिए एक बेहतरीन स्थान है। यह किला ग्वालियर के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह किला एक ऊंची पहाड़ी के ऊपर स्थित है और ऊपर से आसपास का दृश्य बेहद ही मनोरम प्रतीत होता है। अगर आप ग्वालियर जा रहे हैं तो आपको ग्वालियर के किले में जरूर जाना चाहिए। यहां पर जाकर आप ग्वालियर के इतिहास के बारे में गहन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, और यहां के समृद्ध इतिहास को महसूस कर सकते हैं।
ग्वालियर में घूमने की जगह, जय विलास पैलेस – Gwalior Me Ghumne ki Jagah, Jai Vilas Palace
अगर आप यूरोप और भारतीय वास्तुकला के मिश्रण को देखना चाहते हैं, तो आपको जय विलास के इस किले में जरूर आना चाहिए। यहां पर जय विलास का किला और संग्रहालय दोनों मौजूद है। यहां पर संग्रहालय में आप शाही परिवार का बहुत सा सामान देख सकते हैं। इस किले में आकर आप शाही परिवार के रहन सहन के बारे में देख सकते हैं कि किस प्रकार से शाही परिवार ठाट बाट से रहा करता था। यहां पर आपको शाही परिवार के बारे में बहुत सी गुप्त जानकारी भी मिलेगी।
ग्वालियर में घूमने की जगह, सास बहू मंदिर – Gwalior me Ghumne ki Jagah, Sas Bahu Temples
सास बहू के नाम से प्रसिद्ध मंदिर ग्वालियर शहर में स्थित है और भगवान विष्णु को समर्पित बेहद ही खूबसूरत मंदिर है। इस मंदिर की कारीगरी देखने लायक है और मंदिर में बहुत ही बेहतरीन भारतीय वास्तुकला का इस्तेमाल किया गया है। आपको दीवारों पर और पूरे मंदिर में बेहतरीन कारीगरी देखने को मिलेगी। इस मंदिर का नाम सास बहू मंदिर इसलिए है, क्योंकि यहां पर सास बहू की बहुत सी प्राचीन कहानियां प्रचलित है।
ग्वालियर के प्रसिद्ध जगह, मान मंदिर पैलेस – Gwalior ke Prasidh Jagah, Man Mandir Palace
मान मंदिर महल के नाम से प्रसिद्ध मंदिर ग्वालियर शहर में ग्वालियर के किले के पास में ही स्थित है। यह मंदिर अपनी बेहतरीन पत्थर की नक्काशी के लिए जाना जाता है। मंदिर बहुत ही खूबसूरत है और यहां पर चारों तरफ रंग बिरंगी टाइल्स लगाई गई है, जो कि मंदिर की खूबसूरती को और बढ़ा देती है। मान मंदिर में बहुत से श्रद्धालु आपको पूजा पाठ करते हुए दिख जाएंगे। इस मंदिर का निर्माण ग्वालियर के महान राजा मानसिंह तोमर द्वारा 1517 में संपन्न हुआ था। आज यह मंदिर ग्वालियर में घूमने और धार्मिक वातावरण को महसूस करने के लिए एक आदर्श स्थान बना हुआ है।
ग्वालियर में घूमने की जगह, तानसेन का मकबरा – Gwalior me Ghumne ki Jagah, Tomb of Tansen
तानसेन का मकबरा ग्वालियर में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। भारतीय संगीत के जादूगर माने जाने वाले तानसेन का मकबरा वास्तव में देखने लायक है। तानसेन का मकबरा एक तरह से म्यूजियम है, यहां पर आपको भारत के बहुत से प्रसिद्ध कलाकारों के बारे में जानने को मिलेगा। तानसेन के मकबरे के साथ में अकबर का एक अलग कमरा भी आपको मिलेगा, जिसमें आपको अकबर से जुड़ी बहुत सी चीजें देखने को मिलेंगी। तानसेन के मकबरे में जाकर आप मुगल काल के बारे में गहन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ग्वालियर में घूमने की जगह, तेली का मंदिर – Gwalior me Ghumne ki Jagah, Teli Ka Mandir
तेली के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध मंदिर ग्वालियर शहर में स्थित है और यह मंदिर भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित बेहद ही खूबसूरत मंदिर है। तेली का मंदिर भी बहुत ही बेहतरीन वास्तुकला से निर्मित है। इस मंदिर को बनाने में उत्तर और दक्षिण भारत की मिश्रित वास्तुकला का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर बहुत ही खूबसूरत है और चारों तरफ बेहतरीन नक्काशी देखने को मिलती है। जब आप मंदिर के अंदर दाखिल होते हैं तो यह आपको स्वर्ग का अनुभव करवाता है।
ग्वालियर के दर्शनीय स्थल, सूरज कुंड – Gwalior Tourist Places in Hindi, Suraj Kund
सूरजकुंड कुंड ग्वालियर शहर के बीचोबीच स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। यह एक पानी का कुआं है, जिसको हिंदू राजाओं द्वारा स्थापित किया गया था। जैसा कि आप जानते हैं कि हिंदू राजा भारत में बहुत से पानी के कुए बनवाते थे, जिन्हें बावड़ी कहा जाता था, सूरजकुंड भी एक प्रकार की बावड़ी ही है। यहां पर आपको बेहतरीन नक्काशी देखने को मिलेगी और चारों तरफ सुंदर दीवारें बनाई गई है, जो कि सूरजकुंड की सुंदरता को बढ़ा रही है। यह जगह ग्वालियर में घूमने के लिए एक अच्छी जगहों में से एक है जहँ आप अपने परिवार या फिर अपने दस्तों के साथ प्राचीन इतिहासक को देख सकते हैं।
गुजरी महल पुरातत्व संग्रहालय – Gujari Mahal Archaeological Museum
गुजरी महल नाम का पुरातत्व संग्रहालय देखने लायक है। यहां पर आपको बहुत सी पुरानी चीजें देखने को मिल जाएंगी। यह संग्रहालय आपको ग्वालियर के किले के नजदीक ही मिल जाएगा। यहां पर आपको बहुत सी पुरानी मूर्तियां, पेंटिंग और इलाके से जुड़ी हुई कई चीजें देखने को मिलेंगी। आप अगर राजा महाराजा की पुरानी चीजें देखने के शौकीन हैं तो आपको गुजरी महल के पुरातत्व संग्रहालय में जरूर आना चाहिए।
ग्वालियर में घूमने की जगह, सूर्य मंदिर – Gwalior me Ghumne ki Jagah, Sun Temple
भगवान सूर्य को समर्पित सूर्य मंदिर एक नया नवेला मंदिर है, जो कि ग्वालियर शहर के बीचोबीच स्थित है और इसके आसपास का माहौल बेहद ही बेहतरीन है। मंदिर में आपको मॉडर्न वास्तुकला का इस्तेमाल होता हुआ दिखाई देगा और मंदिर को बनाने में भारतीय पत्थर कटाई नामक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिसे की मंदिर की खूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है।
गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ – Gurudwara Data Bandi Chhod
यह गुरु हरगोबिंद साहिब को समर्पित एक बेहतरीन गुरुद्वारा है। जैसा कि आप जानते हैं सिख धर्म में गुरुद्वारों का महत्व बहुत अधिक होता है। ग्वालियर का यह मुख्य गुरुद्वारा आपको जरूर देखना चाहिए। यह गुरुद्वारा भी बाकी जगहों की तरह बहुत ही खूबसूरत है और यहां पर आपको शांत माहौल मिलेगा। अगर आप शांति पसंद व्यक्ति है तो आपको इस गुरुद्वारे में जरूर जाना चाहिए।
ग्वालियर में घूमने की जगह, मोती महल – Gwalior me Ghumne ki Jagah, Moti Mahal
ग्वालियर का प्रसिद्ध मोती महल राजा दया जी राव सिंधिया ने 18वीं शताब्दी में बनाया था। यह बहुत ही बेहतरीन और खूबसूरत महल है, जो ग्वालियर में घूमने एक अच्छी जगह माना जाता है। यह विशालकाय महल अंदर और बाहर दोनों तरफ से बेहद ही खूबसूरत है, जब आप महल के अंदर जाएंगे तो आपको बेहद सुंदर कारीगरी देखने को मिलेगी। रात में यहां का माहौल बहुत ही खूबसूरत प्रतीत होता है। इसके चारों तरफ मोटी मोटी दीवारें हैं जो कि इसको शहर से अलग कर रही हैं।
मोहम्मद गौस का मकबरा – Tomb of Mohammad Ghaus
मोहम्मद गौस एक सूफी संत थे, इस इलाके में मोहम्मद गौस की मान्यता काफी ज्यादा है। यहां के मकबरे पर बहुत से लोग इकट्ठा होते हैं। यहां पर मोहम्मद गौस की समाधि है आपको बहुत ही सुंदर और बेहतरीन कारीगरी से बनाए गए इस मकबरे को जरूर देखना चाहिए।
ग्वालियर पर्यटन स्थल, गोपाल पर्वत – Gwalior Tourist Places in Hindi, Gopachal Parvat
गोपाचल पर्वत ऊंची पहाड़ी है, जिसके ऊपर पत्थर की कटाई कर के बहुत से जैन मंदिर और मूर्तियां बनाई गई है। मान्यता है कि यह सभी 7वीं शताब्दी से 15वीं शताब्दी के बीच में बनी हुई है। जैन धर्म में इस स्थान का महत्व बहुत अधिक है, इस स्थान पर आकर आप ग्वालियर के आध्यात्मिक महत्व और विरासत को करीब से महसूस कर सकते हैं। यहां पर पत्थर से बहुत ही सुंदर मूर्तियां बनाई गई है, जो कि पत्थर को काटकर बनाई गई है और पहाड़ी के साथ में जुड़ी हुई है।
रानी लक्ष्मी बाई की समाधि – Samadhi of Rani Laxmi Bai
जैसा कि आप जानते हैं, भारतीय इतिहास में रानी लक्ष्मीबाई को नारी शक्ति का प्रतीक माना जाता है। रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के साथ लड़ाई करते हुए वीरगति को प्राप्त किया था। ग्वालियर में आपको रानी लक्ष्मी बाई की समाधि देखने को मिलेगी। अगर आप भी अपने इतिहास पर गर्व करते हैं तो आपको रानी लक्ष्मी बाई की समाधि पर जरूर जाना चाहिए, यह यात्रा हर एक भारतीय के लिए गौरवमय होगी।
ग्वालियर में घूमने की जगह, फूल बाग – Gwalior Me Ghumne ki Jagah, Phool Bagh
फूल बाग बहुत ही खूबसूरत और प्राकृतिक सुंदरता पसंद करने वाले लोगों के लिए स्वर्ग समान है। यहां पर आपको बहुत ही खूबसूरत फव्वारे देखने को मिलेंगे, इसके अलावा यहां पर बहुत सी मूर्तियां है, और कई ऐसी जगह है जो कि गर्मियों में लोगों को राहत का अनुभव करवाती है। अगर आप प्राकृतिक सुंदरता पसंद व्यक्ति है तो आपको फूलबाग में जरूर जाना चाहिए। इस बाग़ को बहुत ही संजोकर रखा गया है, और यहां की हरियाली का ध्यान रखा जाता है।
स्वामी हरिदास की समाधि – Tomb of Swami Haridas
स्वामी हरिदास तानसेन के गुरु थे, इनकी समाधि ग्वालियर शहर के बीचो बीच स्थित है। यहां के आसपास के माहौल में घूम कर आप इलाके के इतिहास के बारे में जान पाएंगे। यह इलाका काफी ऐतिहासिक है और आपको यहां पर कई पुराने मॉन्यूमेंट देखने को मिलेंगे। अगर आप ग्वालियर आ रहे हैं तो आपको स्वामी हरिदास जी की समाधि को जरूर देखना चाहिए। संगीत पसंद व्यक्तियों के लिए यह जगह बहुत ही शानदार होगी।
सरोद घर – Sarod Ghar
सरोद घर नामक प्रसिद्ध म्यूजियम आपको जरूर देखना चाहिए, म्यूजिक के दीवानों के लिए यह जगह बहुत ही लाजवाब है, यहां पर आपको परंपरागत म्यूजिक और ध्वनियों के बारे में अधिक जानकारी देखने को मिलेगी, यहां पर आपको बहुत अच्छा कलेक्शन मिल जाएगा जो कि म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट और कई प्रकार की पुरानी यादों को संजो कर रखता है।
ग्वालियर में घूमने की जगह, तिघरा बांध -Gwalior Me Ghumne ki Jagah, Tighra Dam
तिघरा बांध नमक जगह ग्वालियर में घूमने की सुप्रसिद्ध जगहों में से एक है। यह ग्वालियर शहर से बाहर स्थित है, और वाटर एक्टिविटी करने के लिए बेहद खूबसूरत स्थान माना जाता है। इस बांध के ऊपर से आसपास का वातावरण बेहद खूबसूरत प्रतीत होता है। आप यहां पर अपने परिवार और दोस्तों के साथ जाकर पिकनिक मना सकते हैं, और कई प्रकार की वाटर एक्टिविटी को इंजॉय कर सकते हैं।
सिंधिया वंश की छत्रियां – Chhatris of Scindia Dynasty
जैसा कि आप जानते हैं, इस इलाके पर सिंधिया वंश ने बहुत लंबे समय तक शासन किया था और आपको इलाके में लगभग हर एक मशहूर चीज पर इस वंश का प्रभाव देखने को मिलेगा, सिंधिया वंश की छतरियां आपको ग्वालियर शहर में मिल जाएगी, यह आपको सिंधियों की वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के बारे में गहन जानकारी उपलब्ध करवाती है, इनको देखना आपके लिए बहुत ही खूबसूरत अनुभव हो सकता है, यह सभी छतरियां बेहद खूबसूरत वास्तुकला और बारीक कारीगरी का इस्तेमाल करके बनाई गई हैं।
ग्वालियर व्यापार मेला – Gwalior Trade Fair
ग्वालियर में जनवरी से फरवरी महीने के बीच में एक ट्रेड फेयर होता है। ट्रेड फेयर में आपको यहां के हैंडीक्राफ्ट, लोकल प्रोडक्ट और एम्यूज़मेंट ट्राइड देखने को मिलती है। इस ट्रेड फेयर में आप इंजॉय कर सकते हैं, अगर आप जनवरी से फरवरी के महीने में यहां पर आ रहे हैं तो आपको इसे ट्रेड फेयर का आनंद जरूर लेना चाहिए। इसके अलावा ट्रेड फेयर में आपको लोकल खाना भी खाने को मिलता है। अगर आप ग्वालियर शहर को करीब से महसूस करना चाहते हैं, तो आप इसे ट्रेड फेयर में हिस्सा ले सकते हैं।
ग्वालियर जाने और घुमने का यात्रा प्लान – Gwalior Travel Plan in Hindi
अगर आप ग्वालियर में घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो यहां पर मैं आपके लिए 3 दिन का एक छोटा जात्रा प्लान दे रहा हूं। आप इस यात्रा प्लान का सहारा लेकर ग्वालियर में अच्छे से घूम सकते हैं।
पहले दिन: पहले दिन की यात्रा आपको ग्वालियर के किले से शुरू करनी चाहिए। ग्वालियर का किला देखने के बाद आप आसपास के मंदिरों में भ्रमण के लिए जा सकते हैं। यहां पर आसपास में मान मंदिर सास बहू मंदिर जैसे बहुत से खूबसूरत मंदिर स्थित है। दोपहर को आप जय विलास के किले और म्यूजियम में दर्शन के लिए जा सकते हैं। यहां की बेहतरीन एग्जीबिशन को देख सकते हैं, और शाही घराने के बारे में जान सकते हैं। शाम के समय आपको यहां के लोकल रेस्टोरेंट में भोजन करना चाहिए और मार्केट में घूमना चाहिए, ग्वालियर की मार्केट बहुत प्रसिद्ध है।
दूसरे दिन: दूसरे दिन की यात्रा की शुरुआत आपको तानसेन के मकबरे से करनी चाहिए। तानसेन का मकबरा देखने के बाद आप तेली का मंदिर देख सकते हैं, जो कि यहां पर बेहतरीन वास्तुकला से निर्मित है। इसके बाद शाम को आप गुजरी महल म्यूजियम में भ्रमण के लिए जा सकते हैं। यह भी बहुत बेहतरीन म्यूजियम है और आपको पुरानी चीजें देखने को मिलेंगी। यह सभी स्थान आस पास ही स्थित है, इसलिए आपको कहीं दूर यात्रा नहीं करनी पड़ेगी शाम के समय आप सूर्य मंदिर में दर्शन के लिए जा सकते हैं।
तीसरे दिन: तीसरे दिन की यात्रा की शुरुआत आपको गोपाल पर्वत से करनी चाहिए। यहां पर पहाड़ी के ऊपर बहुत सी प्रसिद्ध जैन मूर्तियां स्थित है जो कि पथरों को काटकर बनाई गई हैं। आपको यहां पर जरूर जाना चाहिए, इसके बाद आप सरोद घर नामक जगह पर जा सकते हैं और म्यूजियम में क्लासिक म्यूजिक और विंटेज स्टाइल म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट को देख सकते हैं। शाम के समय आपको मोहम्मद घोष के मकबरे में घूमना चाहिए। यह एक प्रसिद्ध सूफी संत थे, इसके बाद साँझ के समय आप सिंधिया की छत्रियों में घूमने के लिए जा सकते हैं।
ग्वालियर में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Gwalior In Hindi
ग्वालियर शहर में घूमने का सबसे सही समय अक्टूबर से मार्च के बीच में रहता है, यानी कि ग्वालियर में घूमने के लिए सर्दियां सबसे बेहतरीन है। सर्दियों में यहां का तापमान 10 डिग्री से 25 डिग्री के बीच में रहता है, जो कि एक ठंडा माहौल प्रदान करता है, और घूमने के लिए यह तापमान सही रहता है। इसके अलावा अगर आप गर्मियां महसूस करना चाहते हैं तो आप अप्रैल के बाद आ सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि यहां पर गर्मीया 45 डिग्री तापमान वाली होती हैं, और आउटडोर एक्टिविटी करना असंभव हो जाता है।
ग्वालियर में जुलाई सितंबर के बाद मानसून सीजन शुरू हो जाता है इस समय हरा भरा रहता है लेकिन इसमें वर्षा बहुत अधिक होती है इसलिए हम कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि ग्वालियर में घूमने का सबसे सही समय सर्दियों का है जो कि अक्टूबर से मार्च के बीच का समय है।
ग्वालियर में रुकने की जगह – Where To Stay In Gwalior In Hindi
ग्वालियर में रुकने के लिए आपको कई जगह मिलेंगी, यहां पर आपको बहुत से प्रसिद्ध होटल भी मिल जाएंगे, जिनमें आप रुक सकते हैं, अगर आप लग्जरी होटल और पैलेस में रुकना चाहते हैं तो आपका खर्चा 15,000 से 20,000 तक का आसानी से हो जाएगा। इसके अलावा अगर आप बजट में यात्रा करना चाहते हैं तो आप हजार से 1500 रुपए में आसानी से एक रात के लिए होटल लेकर रुक सकते हैं। ग्वालियर में होटल का खर्चा भारत के बाकी शहरों के समान ही रहता है, आप होटल बुकिंग के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सहायता भी ले सकते हैं।
ग्वालियर का प्रसिद्ध भोजन – Famous Food of Gwalior In Hindi
मध्यप्रदेश अपने लजीज भोजन के लिए भी जाना जाता है। ग्वालियर में आपको खाने के लिए कुछ बेहतरीन पकवान मिल जाएंगे, जिनके नाम कुछ इस प्रकार है, बढ़ाई, कचौड़ी, समोसा, पोहा, दाल बाफला, कोरमा, गजक, जलेबी, भुट्टे की खीर, और मालपुआ यहां के प्रसिद्ध व्यंजनों में से है। यह सभी व्यंजन आपको सस्ते से महंगे होटल और स्ट्रीट फूड के तौर पर भी खाने को मिल जाएंगे।
ग्वालियर कैसे जाएं – How to reach Gwalior in Hindi
हवाई मार्ग – By Air: अगर आप हवाई यात्रा से ग्वालियर में जाना चाहते हैं तो यहां पर राजमाता विजय राजे नामक मसूर एयरपोर्ट है, जो कि शहर से केवल 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एयरपोर्ट देश के बाकी स्थानों जैसे दिल्ली-मुंबई जयपुर से बहुत अच्छी कनेक्टिविटी रखता है। आप इस एयरपोर्ट पर आने के बाद ग्वालियर में जाने के लिए टैक्सी अवश्य की सहायता ले सकते हैं।
रेल मार्ग – By Train: अगर आप ट्रेन से ग्वालियर आना चाहते हैं तो आपको बता दूं कि ग्वालियर का जंक्शन देश के लगभग सभी रेलवे स्टेशन से बहुत जबरदस्त कनेक्टिविटी रखता है। आप दिल्ली मुंबई चेन्नई जैसे रूट से आसानी से ग्वालियर में आ सकते हैं। रेलवे स्टेशन पर आने के बाद आप बाकी स्थानों पर टैक्सी या ऑटो रिक्शा, बस जैसे साधनों से घूमने के लिए जा सकते हैं। यह शहर के बीचोबीच स्थित है और आप आसपास के इलाकों में पैदल भी घूमने के लिए निकल सकते हैं।
सड़क मार्ग – By Road: अगर आप सड़क मार्ग से ग्वालियर में घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो आपको बता दूं कि ग्वालियर दिल्ली से लगभग 319 किलोमीटर और जयपुर से लगभग 321 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ग्वालियर की दूरी आगरा से लगभग 122 किलोमीटर है, आप यहां से ग्वालियर जाने के लिए बस भी पकड़ सकते हैं, या प्राइवेट विकल से भी जा सकते हैं। ग्वालियर शहर बाकी के शहरों के साथ नेशनल हाईवे और लोकल हाईवे से कनेक्टिविटी रखता है।
ग्वालियर का नक्शा – Map of Gwalior
FAQs:
ग्वालियर क्यों प्रसिद्ध है?
ग्वालियर अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण प्रसिद्ध है, ग्वालियर ने भारत को बहुत से म्यूजिशियंस भी दिए हैं, जो सुप्रसिद्ध रहे हैं, इनमें तानसेन जैसे म्यूजिशियंस भी शामिल है।
ग्वालियर कहां पर स्थित है?
ग्वालियर भारत के राज्य मध्यप्रदेश का एक शहर है।
ग्वालियर जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते हैं?
ग्वालियर जाने का और घूमने का कितना खर्चा आएगा, यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है। सबसे पहले तो अपनी जगह से ग्वालियर जाने का खर्च निकाल लीजिए। उसके बाद रही खाने-पीने और रहने की बात तो आप यहां पर 500 से 1000 रुपए का होटल लेकर रह सकते हैं और लगभग इतने ही रुपए में एक समय का भोजन भी आसानी से कर सकते हैं। यहां के म्यूजियम और कुछ प्रसिद्ध स्थलों पर घूमने के लिए 50 से ₹200 के बीच में ही टिकट लगेगी।
Conclusion: Gwalior Tourist Place In Hindi
तो दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल, इस आर्टिकल में हमने ग्वालियर के बारे में पूरी जानकारी ली है। आशा करूंगा कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। यहां पर हमने ग्वालियर में घूमने की 20 जगहों के बारे में देखा है। इसी के साथ साथ हमने ग्वालियर के प्रसिद्ध भोजन और यहां पर रुकने के स्थानों के बारे में भी वर्णन किया है, मैंने आपको इस आर्टिकल में एक छोटा टूर प्लान भी दिया है। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने करीबी साथियों के साथ जरूर साझा कीजिए। मिलते हैं किसी नए आर्टिकल में नई और अच्छी जानकारी के साथ।
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