Kedarnath me Ghumne ki Jagah: केदारनाथ रुद्रप्रयाग जिले में स्थित एक नगर पंचायत है। यह स्थान भोले बाबा के केदारनाथ मंदिर के लिए जाना जाता है। केदारनाथ का मंदिर एक चमत्कारी मंदिर है जो लाखों तीर्थयात्री और पर्यटकों का महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। 2013 में आई भयंकर बाढ़ में इस मंदिर का बाल भी बांका नहीं हुआ, आसपास के सभी स्थान तबाह हो गए थे, लेकिन यह स्थान ज्यो का त्यों बना रहा था। धार्मिक मान्यता के साथ-साथ इस इलाके की खूबसूरती भी लाजवाब है। चारों तरफ आपको घाटियाँ और पहाड़ दिखाई देंगे। इसके आसपास कई अन्य मंदिर भी हैं, जहां पर आप पूजा अर्चना कर सकते हैं, और प्राचीन मंदिरों को देखने के साक्षी हो सकते हैं।
केदारनाथ हिंदुओं के लिए एक लोकप्रिय तीर्थस्थल है और उत्तराखंड में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है। उत्तराखंड चार धामों में केदारनाथ सबसे महत्वपूर्ण धाम है। मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित केदारनाथ समुद्र तल से लगभग 3584 मीटर ऊंचाई पर स्तिथ है। केदारनाथ का नाम सत्ययुग के राजा केदार के नाम पर रखा गया है। पौराणिक कथा के अनुसार, सत्ययुग के दौरान राजा केदार ने केदारनाथ पर शासन किया था। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल में भी अस्तित्व में था। कहा जाता है की यहाँ पांडवों ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी तपस्या की थी।
सभी को नमस्कार, मुझे यकीन है आप सभी अच्छे होंगे। केदारनाथ में घूमने की कई जगह है। यहां पर मैं आपको मुख्य 20 जगहों के बारे में बताऊंगा, जहां पर आप घूम कर आनंद ले सकते हैं। यह सभी स्थान धार्मिक मान्यता और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर हैं। हर साल उत्तराखंड में हजारों सैलानी घूमने के लिए आते हैं, उत्तराखंड को हरिभूमि इसलिए कहा जाता है क्योंकि उत्तराखंड में मंदिरों की भरमार है।
यहां पर बहुत से शक्तिपीठ और ज्योतिर्लिंग है, जिनमें आप पूजा अर्चना कर सकते हैं। इसके अलावा कई बांध और झील है, जहां पर वाटर एक्टिविटी की जा सकती है। यह पहाड़ी इलाका है इसलिए ट्रेकिंग के लिए भी बेहतरीन है। आइए दोस्तों आर्टिकल को जल्दी से जल्दी शुरू करते हैं, और केदारनाथ में घूमने की जगह को देख लेते हैं।
और पढ़े: उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल
Table Contents
केदारनाथ में घूमने की जगह – Kedarnath Me Ghumne ki Jagah
केदारनाथ, रुद्रप्रयाग और गौरीकुंड के स्थानों के आस-पास कई जगह है, जहां पर आप घूम सकते हैं और आनंद ले सकते हैं, अगर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ आ रहे हैं तो भी यह स्थन आपके लिए सर्वश्रेष्ठ रहेंगे।
केदारनाथ में घूमने की जगह, केदारनाथ मंदिर – Kedarnath me Ghumne ki Jagah , Kedarnath Temple
केदारनाथ की सबसे मुख्य अट्रैक्शन केदारनाथ मंदिर ही है। यह हजारों साल पुराना भगवान शिव का मंदिर है और यह 12 ज्योतिर्लिंगों में भी शुमार है। केदारनाथ का मंदिर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और अति प्राचीन होने के साथ-साथ यह ऐसे स्थान पर है जहां की प्राकृतिक सुंदरता लाजवाब है। केदारनाथ मंदिर का इतिहास पांडवों से जोड़ा जाता है, जिससे कि इस मंदिर के ऐतिहासिक साक्ष्य 5000 से 6000 साल पुराने होते हैं। वर्तमान में स्थित मंदिर का इतिहास छठी शताब्दी से जोड़ा जाता है। माना जाता है कि छठी शताब्दी में आदि योगी गुरु शंकराचार्य ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था।
केदारनाथ के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल, चोराबाड़ी झील – Kedarnath ke Prasidh Darshniya Sthal, Chorabari Lake
चोराबाड़ी झील को गांधी सरोवर के नाम से भी जाना जाता है। यह झील केदारनाथ मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर उपर स्थित है। इस झील तक पहुंचने के लिए आपको काफी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। महात्मा गांधी की अस्थियाँ इसी झील में बढ़ाई गई थी। 2013 में आई सुनामी ने इस झील को पूरी तरह से तबाह कर दिया था, और फिलहाल इस स्थान को चोराबाडी ग्लेशियर के नाम से जाना जाता है। यहां पर झील केवल नाम मात्र की ही बची हुई है। माना जाता है आदी काल में यहां पर पूजा-अर्चना भी की जाती थी और इस स्थान की धार्मिक मान्यता भी होती थी।
केदारनाथ में घूमने की जगह, वासुकी ताल – Kedarnath me Ghumne ki Jagah, Vasuki Tal
वासुकी ताल का इतिहास विष्णु के वासुकी नाग से जोड़ा जाता है। वासुकि ताल चौखंबा पर्वत श्रंखला से घिरी एक बहुत खूबसूरत ही झील है जो समुद्र तल से 4150 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह झील केदारनाथ मंदिर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात है। यहाँ पहंचने के लिए कठिन चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। वासुकी ताल पर बहुत सारे ट्रैक्रर जाते हैं, जो कि रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं। अगर आप भी प्राकृतिक सुंदरता को देखने के शौकीन है और स्वर्ग जैसी जगह को देखना चाहते हैं तो आपको वासुकी ताल पर जरूर जाना चाहिए।
केदारनाथ में घूमने की जगह, गौरीकुंड – Kedarnath me Ghumne ki Jagah, Vasuki Tal
गौरीकुंड वह स्थान है, जहां से केदारनाथ मंदिर के लिए जाने वाले यात्री ठहरते हैं। यह बीच में पड़ने वाला एक स्थान है, केदारनाथ मंदिर में जाने वाले ज्यादातर यात्री यहीं पर ठहरते हैं। ऐसा माना जाता है कि गौरीकुंड नामक स्थान पर ही माता पार्वती जी ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए तपस्या की थी। गौरीकुंड की वसंत ऋतु बहुत प्रचलित है, और सालाना हजारों टूरिस्ट स्पेशल गौरीकुंड की यात्रा के लिए आते हैं। अगर आप केदारनाथ जा रहे हैं तो आपको गौरीकुंड जाना ही पड़ता है।
केदारनाथ में धार्मिक जगह, सोनप्रयाग – Kedarnath me Dharmik Jagah, Sonprayag
यह मंदाकिनी और वासुकी नामक नदियों के संगम स्थान के लिए जाना जाने वाला स्थान है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी विख्यात है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता बहुत ही मनमोहक है और नदियों के आसपास फैली हुई हरियाली को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। सोनप्रयाग वह स्थान है जहां से केदारनाथ मंदिर की यात्रा प्रारंभ की जाती है। सोनप्रयाग में आप काफी भीड़भाड़ देखेंगे क्योंकि इस स्थान से केदारनाथ मंदिर के लिए यात्रा प्रारंभ होती है, तो यहां पर भारी भीड़ जमा हो जाती है। यहां से आप टट्टू बुक करवा सकते हैं, जिससे कि आप आसानी से केदारनाथ पहुंच सके।
त्रियुगीनारायण मंदिर – Triyuginarayan Temple
त्रियुगी नारायण मंदिर सोनप्रयाग के पास में ही स्थित बहुत ही खूबसूरत मंदिर है और केदारनाथ दर्शन करने आने वाले सभी श्रद्धालु इस मंदिर का दर्शन के लिए जरूर आते हैं। माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां पर मां पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था, इतनी अधिक धार्मिक मान्यता होने के कारण यहां पर सालाना हजारों लोग आते हैं। त्रियुगी नारायण मंदिर के आसपास की खूबसूरती बहुत अधिक है, यहां की प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम सीमा पर दिखाई देती है।
केदारनाथ पर्यटन स्थल, चंद्रशिला – Kedarnath Tourist Places in Hindi, Chandrashila
चंद्रशिला उस पत्थर को कहा जाता है जो कि केदारनाथ के पास में ही स्थित हैं। यह केदारनाथ के ट्रेक के बीच में आती है, इस स्थान से हिमालय का दृश्य बेहद ही खूबसूरत दिखाई देता है। यहां से नंदा देवी और त्रिशूल की पहाड़ियों का दृश्य बहुत ही खूबसूरत दिखता है। चंद्रशिला जाने के लिए चौपटा नामक करीबी स्थान से यात्रा प्रारंभ होती है। इसके अलावा चंद्रशिला उस पत्थर को भी कहा जाता है जो कि केदारनाथ मंदिर के बिल्कुल पीछे स्थित एक बड़ा पत्थर है। 2013 में आई भयंकर बाढ़ से इस मंदिर को बचाने का कार्य चंद्रशिला ने ही किया था, इस पत्थर का मुख्य नाम भीम शिला है।
केदारनाथ में घूमने की जगह, देवरिया – Kedarnath me Ghumne ki Jgaha, Deoria
देवरिया केदारनाथ से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित एक ताल है, देवरिया ताल पर एक खूबसूरत झील स्थित है, जिसको देवरिया झील के नाम से जाना जाता है, यहां का पानी बहुत ही शांत है और क्रिस्टल क्लियर है, आसपास के पहाड़ों के कारण इस स्थान की खूबसूरती पर चार चांद लग जाता है, यह ट्रैकिंग और कैंपिंग करने के लिए सबसे बेहतरीन स्थानों में गिना जाता है।
केदारनाथ में प्रमुख धार्मिक स्थल, तुंगनाथ मंदिर – Kedarnath me Pramukh Dharmik Sthal, Tungnath Temple
तुंगनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक खूबसूरत मंदिर है, जिसे उत्तराखंड में काफी महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि तुंगनाथ मंदिर भगवान शिव का सबसे ऊंचाई पर स्थित एक मंदिर है। यह चोपटा के पास में ही स्थित है, इसलिए आपको अधिक दूरी तय नहीं करनी होगी। अगर आप केदारनाथ जा रहे हैं तो आपको तुंगनाथ महादेव के मंदिर पर जरूर जाना चाहिए। यह पंच केदार का हिस्सा है और यहां से आसपास का दृश्य बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है। यहां से हिमालय की पहाड़ी भी दिखाई देती है।
केदारनाथ में घूमने की जगह, कालीमठ – Kedarnath me Ghumne ki Jagah, Kalimath
कालीमठ नामक जगह केदारनाथ से लगभग 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मां काली का एक भव्य मंदिर है, और उत्तराखंड के शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, यहां पर साल भर श्रद्धालुओं आते जाते रहते हैं, और त्योहारों के सीजन में बहुत अधिक भीड़ भाड़ होती है, मां काली को मानने वाले ज्यादातर श्रद्धालु केदारनाथ मंदिर में दर्शन के बाद कालीमठ में जरूर आते हैं, प्राचीन समय से ही इस स्थान की मान्यता बहुत अधिक है।
केदारनाथ के दर्शनीय स्थल, रुद्रप्रयाग – Kedarnath ke Darshaniya Sthal, Rudraprayag
अलकनंदा और मंदाकिनी नदी के संगम को रुद्रप्रयाग नामक स्थान कहा जाता है। यह बहुत ही खूबसूरत टाउन है जोकि अपनी धार्मिक मान्यता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात है। ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां पर भगवान शिव ने रूद्र अवतार लिया था। इस रुद्रावतार के कारण ही इस स्थान को रुद्रप्रयाग के नाम से जाना जाता है। सनातन धर्म में प्रयाग उस स्थान के पीछे जोड़ा जाता है, जो कि धार्मिक मान्यता रखता हो जैसे कि रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग आदि।
केदारनाथ में घूमने की जगह, गुप्तकाशी – Kedarnath me Ghumne ki Jagah, Guptkashi
गुप्तकाशी भी एक छोटा गांव है, जो कि यहां के प्राचीन विश्वनाथ मंदिर के लिए जाना जाता है। गुप्तकाशी को भगवान शिव की नगरी के रूप में पूजा जाता है और हजारों श्रद्धालु यहाँ भगवान शिव की पूजा करने के लिए आते हैं। गुप्तकाशी का नामांकरण कुछ इस कहानी के पीछे छुपा हुआ है कि मान्यता है कि भगवान शिव ने अपने आप को गुप्त रूप से गुप्तकाशी में छुपा लिया था। यह कहानी केदारनाथ मंदिर पर हुए हमले से जोड़ कर देखी जाती हैं। गुप्तकाशी की धार्मिक मान्यता काफी अधिक है और बाकी के स्थानों के जैसे ही प्राकृतिक सुंदरता भी भरपूर है।
केदारनाथ के आसपास घूमने की जगह, चोपटा – Tourist Places in Kedarnath in Hindi, Chopta
चोपटा एक छोटा सा गांव है जो कि रुद्रप्रयाग से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह भारत का बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहां पर सालाना हजारों लोग घूमने के लिए आते रहते हैं। चौपटा में ट्रेकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जब आप तुंगनाथ और चंद्रशिला की तरफ जाते हैं तो यहां का स्टार्टिंग प्वाइंट चोपता गांव ही है। चोपता से आसपास के बर्फ से ढके हुए पहाड़ों का दृश्य काफी खूबसूरत दिखाई देता है।
मध्यमहेश्वर – Madhyamaheshwar
पंच केदार में शुमार मध्यमहेश्वर मंदिर काफी खूबसूरत है, यह भगवान शिव को समर्पित एक भव्य मंदिर है जो कि एक घाटी के अंदर स्थित है, घाटी में स्थित होने के करण आसपास के बर्फ से ढके हुए पहाड़ काफी खूबसूरत दिखाई देती हैं, इस स्थान पर एक शांत आध्यात्मिक माहौल है, अगर आप शांति का अनुभव करना चाहते हैं तो आपको मध्यमहेश्वर मंदिर में जरूर आना चाहिए, यह मंदिर मेडिटेशन के लिए भी प्रमुख माना जाता है।
केदारनाथ पर्यटन स्थल, अगस्त्यमुनि – Kedarnath Tourist Places in Hindi, Agastyamuni
अगस्त्यमुनि एक छोटा सा गांव है जो कि मंदाकिनी नदी के किनारे पर बसा हुआ है। यह यहां पर स्थित अगस्त्य मुनि का समाधि स्थल है, और यहां पर अगस्त ेश्वर मंदिर भी स्थित है। यह मंदिर भी बहुत अधिक धार्मिक मान्यता रखता है, और आने वाले भक्तों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। अगर आप अगस्त्यमुनि नामक स्थान पर जा रहे हैं, तो आपको यहां पर अगस्त्यमुनि की पूजा आराधना जरूर करनी चाहिए, और अगस्त्यमुनि का समाधि स्थल जरूर देखना चाहिए।
केदारनाथ में धार्मिक स्थल, कार्तिक स्वामी मंदिर – Kedarnath me Dharmik Sthal, Kartik Swami Temple
कार्तिक स्वामी मंदिर कनक चोरी गांव के पास में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के बेटे कार्तिकेय को समर्पित मंदिर है। इस मंदिर से हिमालय का दृश्य बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है। इस स्थान पर आकर आप शांति अनुभव करेंगे, ऊंचाई पर स्थित होने के कारण इस स्थान से दूर-दूर के दृश्य दिखाई देते हैं, और यह स्थान फोटोग्राफी के लिए भी सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर – Kashi Vishwanath Temple
उत्तराखंड का काशी विश्वनाथ मंदिर काफी लोकप्रिय है, यह मंदिर भागीरथी नदी के किनारे पर स्थित है, और बहुत अधिक धार्मिक मान्यता रखता है। काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित बहुत ही बेहतरीन मंदिर है जहाँ सालाना हजारों भगतजन यहां पर धार्मिक यात्रा के लिए आते रहते हैं। यह मंदिर पूरे भारतवर्ष में अपनी एक अलग पहचान रखता है और भागीरथी नदी भी भारत में अपनी एक अलग धार्मिक मान्यता रखती है। इसको गुरु भागीरथ द्वारा भगवान की तपस्या करके शुरू किया माना जाता है।
केदारनाथ में घूमने की जगह, टेहरी बांध – Kedarnath me Ghumne ki Jagah, Tehri Dam
टेहरी बांध उत्तराखंड की प्रमुख बांधों में से एक है जिसे एक माना जाता है कि यह विश्व की सबसे ऊंचाई पर स्थित बांध है। यह बांध भागीरथी नदी पर स्थित है और इस बांध के ऊपर जाने पर आसपास के पहाड़ों का दृश्य बहुत ही मनोरम प्रतीत होता है। आने वाले पर्यटक यहां पर कई प्रकार की वाटर एक्टिविटी कर सकते हैं, आप चाहे तो यहां पर नौका का भी चला सकते हैं, इसके लिए आपको यहां पर कई नौकाएं मिल जाएगी।
केदारनाथ के आसपास घूमने की जगह, बद्रीनाथ – Kedarnath me Ghumne ki Jagha, Badrinath
बद्रीनाथ को बाबा बर्फानी के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तराखंड का बहुत ही खूबसूरत धार्मिक स्थल है, जोकि चमोली तहसील में पड़ता है। यह धार्मिक स्थल भगवान विष्णु को समर्पित है, और अलकनंदा नदी के किनारे पर स्थित है। इस धार्मिक स्थल के आसपास कई ऊंचे ऊंचे पहाड़ है, और यह बहुत कठिन पहाड़ी रास्तों पर आता है, बद्रीनाथ की चढ़ाई काफी मुश्किल मानी जाती है, यहां की धार्मिक मान्यता बहुत अधिक है, लेकिन प्राकृतिक परिस्थितियां बहुत मुश्किल भरी है।
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान – Valley of Flowers National Park
फूलों की घाटी के नाम से विख्यात प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान चमोली तहसील में पड़ता है, यह उत्तराखंड का बहुत ही मशहूर नेशनल पार्क है, जोकि यूनेस्को द्वारा संरक्षित है, यहां पर सालाना हजारों टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं यहां पर आपको फूलों की कई प्रकार की नस्लें मिल जाएंगी, अगर आप फूल पौधों को देखने के दीवाने हैं तो आपको यहां पर जरूर आना चाहिए, यह एक घाटी में स्थित उद्यान है, जिसके आसपास ऊँचे ऊँचे बर्फ से ढके हुए पहाड़ों का दृश्य काफी बेहतरीन प्रतीत होता है, यह स्थान गोविंदघाट के पास में पड़ता है।
केदारनाथ जाने और घुमने का यात्रा प्लान – Kedarnath Travel Plan in Hindi
यहां मै आपको 3 दिन का केदारनाथ का टूर प्लान दे रहा हूं, अगर आप चाहते हैं तो इस प्लान को अपने हिसाब से कस्टमाइज कर सकते हैं।
पहले दिन: पहले दिन की यात्रा आपको गौरीकुंड से शुरू करनी होगी, गौरीकुंड से आपको केदारनाथ का ट्रैक चढ़ना होगा, इस ट्रैक पर चढ़ाई चढ़ना काफी रोमांचकारी अनुभव होता है। ट्रैक पूरा होते ही आप केदारनाथ मंदिर पहुंच जाएंगे, यहां पर पूजा पाठ करेंगे तो सुबह से शाम हो जाएगी, यानी कि गौरीकुंड से चलकर केदारनाथ मंदिर में पूजा पाठ करने और मंदिर को पूरी तरह से देखने में 1 दिन चला जाता है।
दूसरे दिन: दूसरे दिन की यात्रा में सुबह जल्दी उठकर आपको केदारनाथ मंदिर की पूजा अर्चना में शामिल होना है। इसके बाद आप वासुकी ताल देखने के लिए जा सकते हैं, यह केदारनाथ मंदिर से 8 किलोमीटर की दूरी पर है। इस रोड ट्रिप में आपको 6 से 8 घंटे का समय आसानी से लग जाएगा, वासुकी ताल देखकर वापस केदारनाथ मंदिर आने में पूरा दिन चला जाता है।
तीसरे दिन: तीसरे दिन की यात्रा में आपको गौरीकुंड वापिस आ जाना है। इसके बाद आप बाकी बताए गए स्थानों पर घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां पर मैंने आपको 20 स्थान बताए थे, जहां पर आप घूम कर आनंद ले सकते हैं। गौरीकुंड के आसपास के स्थानों पर आप जा सकते हैं, या अगर आप अपनी यात्रा को और अधिक बढ़ाना चाहते हैं तो आप दूर स्थित स्थानों पर भी जा सकते हैं ।
केदारनाथ में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Kedarnath In Hindi
जैसा कि आप जानते हैं मई से नवंबर के बीच में केदारनाथ मंदिर के कपाट खुले रहते हैं, इसलिए यह सबसे सही समय रहेगा केदारनाथ जाने का, यह केदारनाथ में घूमने का भी सबसे सही समय है, क्योंकि मई से जून में यहां पर गर्मियों का मौसम होता है, इसलिए घूमने के लिए मौसम सुहाना बना रहता है।
केदारनाथ जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते हैं?
केदारनाथ में जाने और घूमने के कितने रुपए खर्च होंगे, यह पूरी तरह से आप पर ही निर्भर करता है। सबसे पहले तो अपने स्थान से केदारनाथ जाने के खर्च के बारे में देख लीजिए, इसके बाद रही रहने और खाने पीने के बाद तो आपको बता दूं कि यहां पर 1500 से ₹2000 आपको एक रात के लिए होटल के लग जाएंगे। इसके अलावा अगर आप किसी धर्मशाला या किसी और जगह पर रहते हैं तो बात अलग है, खाने पीने के लिए भी आपको 1 दिन का इतना रुपए ही लगेगा।
केदारनाथ में रुकने की जगह – Where To Stay In Kedarnath In Hindi
केदारनाथ में रुकने के लिए आपको कई जगह मिल जाएंगी, आप रुद्रप्रयाग और गौरीकुंड में होटल लेकर रुक सकते हैं। इसके अलावा आपको केदारनाथ मंदिर के पास में भी अकोमोडेशन ऑप्शन मिल जाएंगे। मंदिर के आसपास कहीं धर्मशालाएं हैं जिनमें आप फ्री में रुक सकते हैं। मंदिर के पास में कुछ होटल भी है, जहां पर रुकने के लिए आपको पैसे देने होंगे।
केदारनाथ का प्रसिद्ध भोजन – Famous Food of Kedarnath In Hindi
धार्मिक मान्यता और प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ केदारनाथ अपने लजीज भोजन के लिए भी जाना जाता है, यहां के कुछ प्रमुख पकवानों के नाम बताऊ तो कड़ी चावल, राजमा चावल, आलू, चाय यहां के कुछ प्रसिद्ध भोजन में शामिल है।
केदारनाथ कैसे जाएं? – How to Reach Kedarnath in Hindi?
भगवान शिव को समर्पित केदारनाथ केदारनाथ वह पवित्र स्थल है जो हिंदुओं के लिए धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है। यह देश का सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है और पुरे दुनिया से लाखों तीर्थयात्री यहाँ भगवान की दर्शन के लिए आते हैं। इसलिए यह देश के सबसे प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, आप केदारनाथ हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहंच सकते हैं। निचे हमने कारनाथ पहंचने की सभी माध्यम के बारे में चर्चा किया है।
हवाई जहाज से केदारनाथ कैसे जाएं? – How To Reach Kedarnath By Flight In Hindi
अगर आप हवाई जहाज से केदारनाथ में जाना चाहते हैं तो आपको बता दूं कि देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट से आप यहां पर पहुंच सकते हैं यही यहां का सबसे करीबी एयरपोर्ट है जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर आने के बाद आप टैक्सी आप बस से गौरीकुंड पहुंच सकते हैं जहां से केदारनाथ की यात्रा शुरू होती है।
ट्रेन से केदारनाथ कैसे जाएं? – How To Reach Kedarnath By Train In Hindi
अगर आप ट्रेन से केदारनाथ आना चाहते हैं तो आपको बता दूं कि ऋषिकेश में यहां का सबसे करीबी रेलवे स्टेशन है। ऋषिकेश में आने के बाद आप केदारनाथ तक जाने के लिए टैक्सी या बस की सहायता ले सकते हैं। टैक्सी या बस आपको गौरीकुंड तक पहुंच जाएगी, इसके आगे का ट्रैक आपको चढ़ाई चढ़ना होगा।
सड़क मार्ग से केदारनाथ कैसे जाएं? – How To Reach Kedarnath By Road In Hindi
अगर आप सड़क मार्ग से केदारनाथ जाना चाहते हैं, तो आपको बता दूं कि गौरीकुंड तक ही रोड कनेक्टिविटी है। इसके बाद आपको केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए पहाड़ों में चढ़ाई चढ़नी होती है। यह चढ़ाई आप खच्चर या टट्टू की सहायता से पूर्ण कर सकते हैं, या पैदल भी कर सकते हैं।
FAQs:- टॉप 20 केदारनाथ में घूमने की जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी
Q. केदारनाथ क्यों प्रसिद्ध है?
A. केदारनाथ, केदारनाथ में स्थित भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिर और अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अलावा केदारनाथ की प्राकृतिक सुंदरता भी भरपूर है।
Q. केदारनाथ किस राज्य में स्तिथ है?
A. केदारनाथ भारत के सबसे शानदार राज्य उत्तराखंड में स्तिथ है
Q. केदारनाथ कहां पर स्थित है?
A. केदारनाथ उत्तराखंड का एक नगर पंचायत है जो कि रुद्रप्रयाग जिले में आता है।
Conclusion: Kedarnath me Ghumne ki Jagah
तो दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल. इस आर्टिकल में हमने केदारनाथ में घूमने की 20 जगहों के बारे में पूरी जानकारी ली है, यहां पर केदारनाथ में घूमने की जगह के साथ-साथ केदारनाथ के मशहूर भोजन, यहां पर रुकने की जगह और एक छोटे टूर प्लान के बारे में भी जानकारी साझा की है। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने करीबी साथियों के साथ साझा करना बिल्कुल भी ना भूलें मिलते हैं किसी नए आर्टिकल में नई जानकारी के साथ।
और अधिक पढ़े:
- हरिद्वार में घूमने की 20 सबसे अच्छी जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी
- शिमला में घूमने की 30 सबसे प्रसिद्ध जगह
- ऋषिकेश में घूमने के लिए संपूर्ण जानकारी
- देहरादून के 10 सबसे प्रमुख दर्शनीय स्थल
- वाराणसी में घूमने के लिए 14 सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
2 thoughts on “केदारनाथ में घूमने की 20 सबसे प्रसिद्ध जगह – Kedarnath Tourist Places In Hindi”