Manas Rashtriya Udyan ki Jankari: असम उत्तरपूर्व भारत में स्तिथ एक अद्भुत राज्य है जो अपनी आश्चर्यजनक सुंदरता, समृद्ध वनस्पतियां और विविध वन्यजीवों के लिए पुरे देश में प्रसिद्ध है। यह राज्य कई लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों का घर है और वन्यजीव प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। राज्य में स्तिथ मानस राष्ट्रीय उद्यान आसाम में एकमात्र ऐसा स्थान है जो एक ही समय में बायोस्फीयर रिजर्व, एक प्राकृतिक विरासत स्थल, प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व और प्रोजेक्ट एलीफेंट रिजर्व के रूप में प्रसिद्ध है। इस राष्ट्रीय उद्यान का नाम मानस नदी से पड़ा है जिसका नाम सर्प देवी मनसा के नाम पर रखा गया है। यह नदी ब्रह्मपुत्र नदी की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है और पार्क को दो हिस्सों में अलग करता है।
पूर्व हिमालय की तलहटी में स्तिथ मानस, भूटान में रॉयल मानस राष्ट्रीय उद्यान के निकट स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान विशाल जंगल, खूबसूरत वनस्पतियों और समृद्ध वन्यजीवन का घर है। लगभग 391 वर्ग किलोमीटर की क्षत्र फल में फैला हुआ मानस नेशनल पार्क भारत का दूसरी सबसे बड़ी बाघ आबादी का घर है। साथ है यह पार्क अपने कई दुर्लभव और लुप्तप्राय वन्यजीवों का आश्रय स्थल है जो इसे भारत के सबसे प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों में से एक बना देता है। यह राष्ट्रीय उद्यान न केवल अपने जीव विविधता के लिए पुरे देश में प्रसिद्ध है वल्कि अपनी शानदार परिदृश्य, आकर्षक वातावरण और कई दिलचस्प गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है। पर्यटक इस पार्क में जीप सफारी, हाथी की सवारी और प्राचीन प्रकृति में समय बिताने के अलावा कई गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
सभी को मेरा नमस्कार, मुझे यकीन है आप सभी अच्छे होंगे। असम राज्य में स्तिथ मानस राष्ट्रीय उद्यान एक बिश्व प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है जो यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में सूचीबद्ध है। यह राष्ट्रीय उद्यान प्रत्येक वन्यजीव उत्साही और पर्यटकों के लिए एक अनूठा आकर्षण प्रदान करता है। इसलिए मानस राष्ट्रीय उद्यान केवल असम में ही नहीं वल्कि पुरे देश में एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यदि आप असम में एक दिलचस्प अनुभव लेना चाहते हैं और वन्यजीव को देखते हुए प्रकृति में एक शानदार समय बिताना चाहते हैं तो मानस राष्ट्रीय उद्यान आप के लिए सबसे आदर्श जगह हो सकता है। आज के इस लेख में हम मानस राष्टीय उद्यान (Manas Rashtriya Udyan) के बारे में संपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं। कृपया आप इस लेख को शुरू से अंत तक जरूर पढ़े।
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मानस राष्ट्रीय उद्यान कहाँ है – Manas Rashtriya Udyan Kahan hai
मानस राष्ट्रीय उद्यान भारत के राज्य असम में स्तिथ है। यह नेशनल पार्क असम राज्य के बोंगाईगांव और बारपेटा जिलों में स्थित है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास – Manas National Park in History in Hindi
मानस राष्ट्रीय उद्यान दुनिया की सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है जिसका इतिहास काफी रोचक माना जाता है। मानस राष्ट्रीय उद्यान का नाम मानस नदी से लिया गया है जो ब्रह्मपुत्र नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है। मानस राष्ट्रीय उद्यान 1928 से पहले एक आरक्षित वन था और इसे मानस आर.एफ. कहा जाता था। 1 अक्टूबर 1928 को 360 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में इसे वन्यजीव अभ्यारण्य घोषित किया गया था। पहले इस पुरे क्षेत्र का उपयोग कूचबिहार शाही परिवार और गौरीपुर के राजा द्वारा शिकारगाह के रूप में उपयोग किया जाता था।
बाद में 1951 और 1955 में आरक्षित क्षेत्र को बढ़ाकर 391 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया। 1973 में इसे प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था और 1985 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थलों में नामित किया गया था। इसके बाद 1989 में इसे बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया दिया गया था। आज मानस राष्ट्रीय उद्यान कई दुर्लव जानवरों और विविध वनस्पतियों का घर है और प्राकृतिक सुंदरता से लेकर कई आकर्षक गतिविधयों पर्यटकों को प्रदान करता है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान में वनस्पतियां – Flora in Manas National Park in Hindi
मानस राष्ट्रीय उद्यान भारत के राज्य असम में स्तिथ है जो अपने लुभावने परिदृश्य, हरे भरे जंगलों और विविध वन्य जीवन के लिए जाना जाता है। लेकिन जो बात मानस राष्ट्रीय उद्यान को भारत के अन्य वन्यजीव अभ्यारण्यों से अलग बनता है, वह इसकी अनूठी और विविध वनस्पति है। इस राष्ट्रीय उद्यान में लगभग 50 प्रतिसत घास के मैदान हैं और इसे पूर्व गीले जलोढ़ घास के मैदान के रूप में वर्गीकृत किया गया है। राष्ट्रीय उद्यान में लगभग 500 से अधिक प्रजातियां पाए जाते हैं जिनमें पेंटाग्याना, बॉम्बेक्स सीबा, ट्रेविया पॉलीकार्पा, बाउहिनिया सीइबा, गमेलिना आर्बोरिया, ओरोक्सिलम इंडिकम, साइजीगियम ओब्लाटम, अरुंडो डोनाक्स, ट्रेविया पॉलीकार्पा, गेमेलिना आर्बोरिया, सिनामोमम तमाला, डिलनिया पेंटाग्याना, लेगेरस्ट्रोइमिया परविफ्लोरा, एक्टिनोडाफने ओबटा अदि शामिल हैं।
मानस राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीव – Fauna in Manas National Park in Hindi
मानस राष्ट्रीय उद्यान पूरी तरह से वन्यजीवन से समृद्ध है। इस राष्ट्रीय उद्यान में स्तनधारियों की 55 प्रजातियां, पक्षियों के 380 प्रजातियां, सरीसृपों की 50 प्रजातियों और उभयचरों की 3 प्रजातियां शामिल हैं। पार्क में पाए जाने वाले जानवरों में हाथी, गैंडे, बाघ, गोल्डन लंगूर, असमिया मकाक, स्लो लोरिस, लाल पांडा, एक सींग वाला गैंडा, जंगली जल भैंस, काला पैंथर, तेंदुए, भारतीय हॉग हिरण, ग्रेट हॉर्नबिल, बंगाल फ्लोरिकन शामिल हैं। पार्क में पक्षियों की कई अलग अलग प्रजातियां भी पाएं जाते हैं जिनमें ग्रे हॉर्नबिल, बुलबुल, बगुले, बाज़, भारतीय मोर, ओस्प्रे, बगुले, चितकबरे हॉर्नबिल, मधुमक्खी खाने वाले, एग्रेट्स, बुलबुल, सर्पेंट ईगल्स, पेलिकन अदि शामिल हैं।
यह पार्क विशेष रूप से पक्षी देखने वाले लोगों के लिए स्वर्ग है। साथ ही यह राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीन से समृद्ध होने के कारण देश भर से वन्यजीव प्रेमी साल भर यहाँ आते रहते हैं और वन्यजीव प्रजातियों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए एक दुर्लभ अवसर प्रदान करता है
मानस राष्ट्रीय उद्यान की जलवायु – Climate of Manas National Park in Hindi
मानस राष्ट्रीय उद्यान की जलवायु उष्णकटिबंधीय है। सर्दियों के मौसम के दौरान यहाँ का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहता है जबकि गर्मियों के मौसम के दौरान तापमान 37 डिग्री के आसपास रहता है और मानसून का मौसम यानि मई से सितंबर 333 सेमी की भारी वर्षा लाता है, जिसके कारण पार्क में अक्सर बाढ़ आ जाती है।
मानस राष्टीय उद्यान में वन्यजीव सफारी – Wildlife Safari in Manas National Parks in Hindi
वन्यजीवों को करीब से देखने के लिए सफारी एक अच्छा माध्यम है जिसके जरिये जंगल में वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता है जो अपने आप में ही एक अनूठा अनुभव होता है।
हाथी सफारी – Elephant Safari: हाथी सफारी मानस राष्ट्रीय उद्यान (Manas Rashtriya Udyan) में वन्यजीवों को देखने के लिए एक अच्छा विकल्प है। हाथी की पीठ पर सवार होकर पार्क में घूमना और जानवरों को देखने का एक ओर दिलचस्प तरीका है। हाथी की सवारी पर्यटकों को पार्क के उन क्षेत्रों तक पहुँच प्रदान करती है जहाँ जीप सफारी की अनुमति नहीं है। हाथी सफारी का समय सुबह 6 से शुरू होकर 7 बजे तक चलती है।
जीप सफारी – Jeep Safari: जीप सफारी मानस राष्ट्रीय उद्यान में एक मुख्य आकर्षण है। जीप सफारी के माध्यम से पर्यटक और वन्यजीव प्रेमी जानवरों को करीब से देखते हुए सुंदर प्राकृतिक नज़रों का दीदार कर सकते हैं। जीप सफारी एक ऐसा माध्यम है जो कभी न भूलने वाला अनुभव प्रदान करता है। जीप सफारी समय सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक है और दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक चलती है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान में रिवर राफ्टिंग – River Rafting in Manas National Park
मानस राष्ट्रीय उद्यान में रिवर राफ्टिंग एक रोमांचक अनुभव प्रदान करता है। रोमांच चाहने वाले और वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए मानस नदी में धीमे पानी पर रिवर राफ्टिंग एक उत्साहजनक अनुभव देता है। यह 35 किलोमटेर की बोट राइड है जो पर्यटकों को जंगल के अंदर ले जाती है। यहाँ पक्षियों के कई प्रजातियों को देखा जा सकता है जो पक्षी देखने वाले लोगों के लिए एक आदर्श जगह है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान में बर्ड वाचिंग – Bird Watching in Manas National Park in Hindi
असम राज्य में स्तिथ मानस राष्ट्रीय उद्यान (Manas Rashtriya Udyan) देश का एक प्रमुख और लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यान है जिसे टाइगर रिजर्व और विश्व धरोहर स्थल के रूप में जाना जाता है। यह राष्ट्रीय उद्यान अपने समृद्ध वन्यजीव और वनस्पतियों के साथ प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है। साथ ही यह राष्ट्रीय उद्यान विभिन्न पक्षियों के आबादी का घर है जो दशकों से पक्षी प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण स्थान रहा है। इस राष्ट्रीय उद्यान में 450 से अधिक पक्षियों के प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यहाँ पर रहने वाले पक्षियों के अलावा प्रवासी पक्षियों के झुंड भी हर साल इस खूबसूरत जगह की यात्रा के लिए आते हैं। यही कारण है यह पार्क पक्षी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। पार्क में पाए जाने वाले पक्षियों में बुलबुल, बगुले, बाज़, भारतीय मोर, ओस्प्रे, बगुले, चितकबरे हॉर्नबिल, मधुमक्खी खाने वाले, एग्रेट्स, बुलबुल, सर्पेंट ईगल्स, पेलिकन अदि शामिल हैं।
मानस राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश शुल्क – Entry Fee in Manas National Park in Hindi
- भारतीय व्यक्तियों के लिए आधे दिन के लिए 50 रुपया और पूरे दिन के लिए 200 रुपया देना पड़ता है।
- विदेशियों के लिए आधे दिन के लिए 500 रुपये और पूरे दिन के लिए 2000 रुपये है।
- जीप सफारी के लिए भारतीयों के लिए 3000 रुपये और विदेशियों के लिए 5000 रुपये है और प्रति जीप में केवल चार लोगों को बैठने के लिए अनुमिति है।
- हाथी सफारी के लिए भारतीयों के लिए 500 रुपये और विदेशियों के लिए 1550 रुपये है।
- फोटोग्राफी के लिए भारतीयों के लिए 50 रुपये देनी पड़ती है, जबकि विदेशियों के लिए 500 रुपये है।
- वीडियोग्राफी के लिए भारतीयों के लिए 500 रुपये है और विदेशियों के लिए 1000 रुपये शुल्क लगता है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान के आसपास घूमने की जगह – Manas Rashtriya Udyan ke Aspas Ghumne ki Jagah
अगर आप मानस राष्टीय उद्यान (Manas Rashtriya Udyan) घूमने के लिए योजना बना रहे हैं तो आपको इसके आसपास घूमने के लिए लोकप्रिय आकर्षणों का पता होना चाहिए।
भूटान के राजा का ग्रीष्मकालीन महल – Summer Palace of King Bhutan
मानस राष्ट्रीय उद्यान समृद्ध वन्य जीवन और प्राकृतिक सुंदरता के अलावा ऐतिहासिक स्मारक के लिए लोकप्रिय है जिसे भूटान के राजा का ग्रीष्मकालीन महल के रूप में जाना जाता है। मानस नदी जो भारत और भूटान दो देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के रूप में कार्य करती है और इसके पार भूटान के राजा का समर पैलेस है। पर्यटक सिमा के दूसरी ओर पहंचने के लिए एक नाव किराए पर लेनी पड़ती है। लेकिन सिमा पार करने से पहले भूटान के अधिकारियों की अनुमति लेना जरुरी है। मानस नदी के पास स्तिथ भूटान के राजा का राजसी समर पैलेस एक दिलचस्प अल्कर्षण है जो पर्यटकों को कभी न भूलने वाली अनुभव प्रदान करता है।
बांसबाड़ी चाय बागान – Bansbari Tea Plantation
मानस राष्ट्रीय उद्यान के पास घूमने के लिए बांसबाड़ी चाय बागान एक शानदार आकर्षण है। यह एक चाय की बागान है जो बंसबाड़ी लॉज के साथ भूमि के एक विशाल क्षेत्र पर फैला हुआ है। लॉज की यात्रा बहुत ही खास है क्योंकि पर्यटक हरे-भरे वृक्षारोपण की यात्रा करने के अवसर का आन्नद ले सकते हैं और इसके आसपास के अद्वितीय वनस्पतियों और जीवों का अध्ययन कर सकते हैं और शांति में कुछ समय बिता सकते हैं।
मानस नदी – Manas River
मानस नदी ब्रह्मपुत्र की एक सहायक नदी है और यह नदी ब्रह्मपुत्र में बहने से पहले असम से होकर बहती है। मानस नदी का नाम सर्प देवी मानसा के नाम पर पड़ा है जो दक्षिणी भूटान और भारत के बीच हिमालय की तलहटी में बहती है। पर्यटक नदी के तट पर शांति से बैठ सकते हैं और क्षितिज में डूबते सूरज का शानदार दृश्य का भरपूर आन्नद ले सकते हैं। प्राकृतिक सुंदरता और शांत नदी का आकर्षक दृश्य के साथ मानस राष्ट्रीय में घूमने के लिए और शांति से समय बिताने के लिए आदर्श जगह है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे सही समय – Best Time to Visit Manas National Park in Hindi
मानस राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल तक समय सबसे अच्छा माना जाता है। यह वह समय होता है जब मौसम सुहावना और सुखद रहता है और पर्यटकों को अधिक जानवरों को देखने के लिए अवसर मिलता है। हालाँकि मई और अक्टूबर के महीनों दौरान पार्क को कुछ समय के लिए खोला जाता है। लेकिन जून से सितंबर महीनों के दौरान पार्क बंद रहता है क्योंकि इस समय के दोरान यहाँ मानसून का मौसम होता है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहंचे – How to Reach Manas National Park in Hindi
हवाई मार्ग – By Air: गुवाहाटी हवाई अड्डा मानस राष्ट्रीय उद्यान का निकटतम हवाई अड्डा है जो पार्क से लगभग 180 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। यह हवाई अड्डा देश के प्रमुख शहरों कोलकाता, बैंगलोर, नई दिल्ली, जयपुर और मुंबई अदि शहरों से अछि तरह से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डा से मानस राष्ट्रीय उद्यान के लिए कैब आसानी से अपलब्ध है।
रेल मार्ग – By Train: नजदीकी रेलवे स्टेशन बरपेटा रोड रेलवे स्टेशन है जो पार्क से केवल 60 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। इसके अलावा गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से भी मानस राष्ट्रीय उद्यान आसानी से पहंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग – By Road: मानस नेशनल पार्क असम के सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। गुवाहाटी, जोरहाट, बारपेटा और असम के अन्य प्रमुख शहरों से निजी और राज्य सरकार की बसें उपलब्ध हैं।
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