केरल के 10 सबसे प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान – 10 Best National Parks in Kerala in Hindi

National Parks in Kerala in Hindi: लोकप्रिय रूप से भगवान के अपने देश के रूप में जाना जाने वाला केरल दक्षिण भारत के सबसे अद्भुत और जीवंत राज्य में से एक है। यह राज्य अपने हरे भरे पहाड़ों, आश्चर्यजनक बैकवाटर, लुभवने झरनों, शांत झीलों, आकर्षक समुद्र तटों और लुभावने वातावरण के लिए पुरे दुनिया विशेष रूप से प्रसिद्ध है। पारंपरिक संस्कृति से लेकर प्राचीन इतिहास तक यह राज्य निश्चित रूप से सभी के लिए बहुत सारे आकर्षण प्रदान करता है। प्रकृति के गोद में बसा केरल न केवल भारत में प्रसिद्ध है वल्कि पुरे विश्व में एक लोकप्रिय गंतव्य है।

भारत के सबसे अनूठा राज्यों में से एक, केरल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आधुनिक जीवन शैली के लिए भी जाना जाता है। इतना ही नहीं, यह जगह रंगीन त्योहारों और विभिन्न प्रकार के पारंपरिक खाद्य पदार्थों की पेशकश करती है। लेकिन इन सबसे बढ़कर केरल वन्यजीव अभरण्य के लिए भी बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है जो इसे  पशु प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान बनता है। यह स्थान कई राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों का घर है, जो हजारों पर्यटकों और पशु प्रेमियों को अक्सर आकर्षित करते हैं।

नमस्कार उम्मीद है आप सभी अच्छे होंगे। प्रकृति की गोद में बसा केरल भारत के कुछ बेहतरीन राष्ट्रीय उद्यानों का घर है। यह वह जगह है जहाँ वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए भरपूर मौका देता है। अलौकिक सुंदरता, आकर्षक जंगलों और शानदार वातावरण के साथ रहस्यमय वन्यजीवों को देखना वास्तव में एक रामंचकारी अनुभव होता है जिसे जीवन भर में भूल पाना लगभग लगभग असंभव है। अगर आप भी केरल में वन्यजीवों के खोज में है और उनको करीब से देखना चाहते हैं तो निश्चित रूप से यह लेख आप के लिए ही है। इस लेख में हम आपको केरल की राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्य (Best National Parks in Kerala) के बारे जानकारी प्रदान करेंगे जिनकी आपको बेसब्री से इंतिज़ार है।

National Parks in Kerala

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Table Contents

पेरियार राष्टीय उद्यान – Periyar National Park in Hindi 

National Parks in Kerala

पेरियार राष्ट्रीय उद्यान केरल के सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। साथ ही, यह भारत का सबसे बड़ा टाइगर भी रिज़र्व है। यह पार्क केरल के इडुक्की और पठानमथिट्टा जिलों में स्थित है और कई लुप्तप्राय जानवरों का घर है। पेरियार राष्ट्रीय उद्यान को इसके वन्यजीव और वृक्षारोपण के महत्व के साथ हाथी रिजर्व और टाइगर रिजर्व के रूप में भी जाना जाता है। लेकिन मुख्य रूप से यह पार्क अपने टाइगर रिजर्व के लिए काफी प्रसिद्ध है, जो इसे भारत में एक महत्वपूर्ण टाइगर रिजर्व बनाता है।

लगभग 26 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र फल में फैला हुआ पेरियार राष्ट्रीय उद्यान कई शानदार वन्यजीवों का घर है। स्तनधारियों की लगभग 35 प्रजातियाँ हैं और जिनमें से कई लुप्तप्राय हैं। पार्क में पाए जाने वाले कुछ अन्य स्तनधारियों में जंगली बिल्लियाँ, भारतीय विशाल गिलहरी, जंगली सूअर, सांभर, धारीदार गर्दन वाला नेवला, नीलगिरी तहर, सुस्त भालू, गौर, सलीम अली का फ्रूट बैट, नीलगिरी मार्टेन और कई अन्य शामिल हैं। इसके अलावा पक्षियों की भी लगभग 26 प्रजातियां हैं, जो पक्षी प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है।

अगर पेरियार नेशनल पार्क में फ्लोरा की बात करें तो इस पार्क में वनस्पतियों की जीवंत विविधता देखने को मिलती है। जंगल में प्रमुख वृक्ष किस्मों में शीशम, सागौन, नीलगिरी, बांस, इमली, गुलमोहर, बरगद, पीपल, चंदन, आम, जामुन और जकरंडा शामिल हैं। अगर आप एक प्रकृति प्रेमी हैं और प्राकृतिक वातावरण के साथ तरह-तरह के जानवरों को देखना चाहते हैं, तो निश्चित रूप से पेरियार नेशनल पार्क आपके लिए है, जहां आप खूबसूरत प्रकृति के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं।

पेरियार राष्ट्रीय उद्यान की एंट्री फीस  – Periyar National Park Entry Fee

  • भारतीय व्यक्ति के लिए प्रवेश शुल्क 45 रुपए है।
  • बच्चों के लिए 15 रुपए है (भारतीय)
  • विदेशी पर्यटकों के लिए 500 रुपए है।
  • बच्चों के लिए 180 रुपए (विदेशी)
  • कैमरा के लिए 38 रुपए।
  • वीडियो कैमरा के लिए 300 रुपए है।
और पढ़े : पेरियार नेशनल पार्क के बारे में संपूर्ण जानकारी

पेरियार राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time to Visit Periyar National Park in Hindi 

वैसे पेरियार राष्ट्रीय उद्यान साल में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है। लेकिन पेरियार राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च के महीनों सबसे अच्छा समय माना जाता है। इन महीनों के दौरान मौसम काफी सुहावना रहता है और जानवरों और पक्षियों को आसानी से देखा जा सकता है।

एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान – National Parks in Kerala Eravikulam National Park in Hindi

National Parks in Kerala, Eravikulam National Park 

केरल के इद्दुकी जिले में पश्चिमी घाट में स्थित, एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है और उत्तर में तमिलनाडु और केरल की सीमा पर स्थित है। पार्क 97 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और समृद्ध वनस्पतियों और जीवों का घर है। एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान को राजामलाई वन्यजीव अभयारण्य के रूप में भी जाना जाता है, जो नीलगिरि तहर के लिए प्रसिद्ध है।

लुभावने दृश्य, शांत वातावरण और अद्भुत प्रकृति इसे भारत में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाती है। अधिकतर यह पार्क जानवरों और प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यह पार्क जीव विविधता से समृद्ध है। यह पार्क नीलगिरि लंगूर, नीलगिरी मार्टन, तेंदुआ, शेर, एटलस मोथ और बहुत दुर्लभ वन्यजीवों सहित कई प्रकार के वन्यजीवों का घर है। इसके अलावा इस पार्क में पक्षियों की 132 प्रजातियां पाई जाती हैं, जो पक्षी प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन जगह है।

इस पार्क के आसपास घूमने के लिए कई दिलचस्प स्थान हैं, जिनमें अनामुडी पीक, लक्कोम झरने, अटुक्कड़ झरने और इको पॉइंट शामिल हैं। इसके अलावा मुन्नार एक बढ़िया विकल्प है, जब आप एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा कर रहे हैं तो इसे आपके यात्रा कार्यक्रम में जरूर शामिल होना चाहिए।

एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश शुल्क – Eravikulam National Parks Entry Fees

  • भारतीय नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क 125 भारतीय रुपए है
  • विदेशी नागरिकों के लिए प्रवेश शुल्क 420 है
  • बच्चों के लिए, प्रवेश शुल्क 95 है (भारतीय)

एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सही समय – Best Time to Visit Eravikulam National Park in Hindi 

यदि आप एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान जाने का सबसे अच्छा समय जानना होगा। सितंबर से अक्टूबर और अप्रैल से मई एराविकुलम नेशनल पार्क घूमने का आदर्श समय है। इन महीनों में पार्क सुंदरता के साथ फलता-फूलता है और नीलगिरि तहर को देखने का एक उत्कृष्ट समय भी माना जाता है।

चिनार वन्यजीव अभयारण्य – Chinnar Wildlife Sanctuary in Hindi 

National Parks in Kerala, Chinnar Wildlife Sanctuary

केरल राज्य के इडुक्की जिले में स्तिथ चिनार वन्यजीव अभयारण्य वन्यजीव प्रेमियों के लिए बेहतरीन स्थान है। 90 वर्ग किलोमीटर में फैला चिनार वन्यजीव अभयारण्य देश के सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है। यह अभयारण्य अपने लुभावने दृश्यों और विशिष्ट लुप्तप्राय जानवरों के लिए जाना जाता है, जो भारत के विभिन्न हिस्सों से पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य पश्चिमी घाटों के बीच में स्थित है जिसकी सुंदरता मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है।

केरल के इद्दुकी जिले में स्थित यह पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध है। पश्चिमी घाटों के बीच स्थित, चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य पशु प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों को बहुत सारे आकर्षण प्रदान करता है। यह स्थान विशाल जंगलों, हरे-भरे पहाड़ों और अद्भुत वातावरण से भरा हुआ है, जो हर साल बड़ी संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

अभयारण्य जानवरों की एक विस्तृत श्रृंखला का घर है, जिनमें चित्तीदार हिरण, भारतीय हाथी, पैंथर, सांभर हिरण, आम लंगूर, बाघ, मगरमच्छ, बोनट मकाक, हनुमान बंदर, नीलगिरी तहर और कई अन्य प्रजातियों का निवास स्थान है। इसके अलावा पक्षियों के यहाँ लगभग 225 पाए जा सकती है। साथ ही यह अभ्यारण्य वनस्पतियों के 965 से अधिक प्रजातियों का घर है। चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य वास्तव में सभी लुप्तप्राय जानवरों के लिए स्वर्ग है और वन्यजीवों को उनके आवास में देखने के लिए आदर्श स्थान भी है। पर्यटक यहाँ ट्रैकिंग के साथ साथ नौका विहार का आनंद ले सकते हैं।

चिनार वन्यजीव अभयारण्य प्रवेशग शुल्क – Chinnar Wildlife Sanctuary Entry Fee

  • भारतीय व्यक्ति के लिए 10 भारतीय रुपए है
  • 12 साल से कम उम्र बच्चों के लिए 5 भारतीय रुपए है
  • विदेशी नागरिकों के लिए 100 भारतीय रुपए है

चिनार वन्यजीव अभयारण्य घूमने का सबसे सही समय – Best Time to Visit Chinnar Wildlife Sanctuary

चिन्नार नेशनल पार्क की यात्रा साल में कभी भी की जा सकती है। लेकिन चिनार वन्यजीव अभयारण्य घूमने का सबसे सही समय नवंबर से मार्च का महीना है। इन महीनों दौरान यहाँ का मौसम सुखद रहता है और जंगलों में घूमना और वन्यजीवों को एक साथ देखना एक अलग ही अनुभव होता है।

कुमारकोम पक्षी अभयारण्य – Kumarakom Bird Sanctuary

National Parks in Kerala, Kumarakom Bird Sanctuary

केरल के कोट्टायम जिले में स्थित कुमारकोम पक्षी अभयारण्य भारत का सबसे सुंदर और प्रसिद्ध पक्षी अभयारण्य है। इसे वेम्बनाड पक्षी अभयारण्य के रूप में भी जाना जाता है और यह कई देशी और प्रवासी पक्षियों का घर है। पक्षी अभयारण्य हर पक्षी प्रेमी के लिए एक स्वर्ग है और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों को देखने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है, जिसमें कोयल, जलपक्षी, उल्लू, बगुले, साइबेरियन क्रेन, फ्लाईकैचर और किंगफिशर शामिल हैं।

लगभग 10 एकड़ में फैला यह अभयारण्य अपने मनमोहक वातावरण के लिए जाना जाता है और आगंतुकों को कई आकर्षण प्रदान करता है। कोट्टायम से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुमारकोम पक्षी अभयारण्य हर साल देश के विभिन्न हिस्सों से बड़े पैमाने पर पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस पार्क में पक्षियों को देखना हर किसी के लिए एक शानदार अनुभव है। 14 एकेड के क्षेत्र फल में फैला यह अभयारण्य वेम्बनाड झील के किनारे स्तिथ होने के कारण अपनी प्राकृतिक सुंदरता की एक झलक प्रदान करता है।

पक्षियों के अलावा यह पार्क उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं और एक अद्भुत वातावरण में समय बिताना चाहते हैं। भीड़-भाड़ से दूर केरल की यह एक ऐसी मनमोहक जगह है, जो दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आए पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। यदि आप केरल जाने की योजना बना रहे हैं और एक अच्छा अनुभव लेना चाहते हैं तो सुनिश्चित करें कि कुमारकोम पक्षी अभयारण्य आपके यात्रा कार्यक्रम की सूची में होना चाहिए।

कुमारकोम पक्षी अभयारण्य घूमने का सही समय – Best Time to Visit Kumarakom Bird Sanctuary

कुमारकोम पक्षी अभयारण्य में साल के किसी भी समय जाया जा सकता है। लेकिन कुमारकोम पक्षी अभयारण्य घूमने का अच्छा समय जून से अगस्त है। हालांकि नवंबर से मार्च कुमारकोम पक्षी अभयारण्य घूमने का सबसे अच्छा समय है। इन महीनों के दौरान कुछ समय के लिए पार्क में रहने के लिए प्रवासी पक्षी बड़ी संख्या में आते हैं।

साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान – Silent Valley National Park in Hindi

साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान भारत के सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह केरल के पलक्कड़ जिले में स्थित है और पलक्कड़ जिले से लगभग 53 किलोमीटर दूर है। लगभग 90 किलोमीटर में फैला साइलेंट वैली नेशनल पार्क हर पशु प्रेमी के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। मनमोहक मौसम, हरे-भरे जंगल और पहाड़ों के आश्चर्यजनक दृश्य इसे भारत का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाते हैं।

यह पार्क भारत के केरल राज्य में पश्चिमी घाट की कुंडली पहाड़ियों में स्थित है। केरल में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक होने के नाते, यह भारत के विभिन्न हिस्सों से आने वाले पर्यटकों को हमेशा लुभाता है। यह स्थान कई वन्यजीवों और वनस्पतियों का घर है, जो इसे फोटोग्राफरों के लिए स्वर्ग बनाते हैं।

साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान कई शानदार वन्यजीवों का घर है जिनमें स्तनधारियों की 34 प्रजातियाँ, पक्षियों की 292 प्रजातियाँ, सरीसृपों की 31 प्रजातियाँ, उभयचरों की 22 प्रजातियाँ शामिल हैं। यहाँ देखे जाने वाले वन्यजीवों में लायन-टेल्ड मकाक, नीलगिरी लंगूर, मालाबार जायंट गिलहरी, नीलगिरि तहर, चितदार हरिण, सुस्त भालू, हनुमान लंगूर, बाघ, पैंथर, तेंदुआ बिल्ली, जंगल बिल्ली, मछली पकड़ने वाली बिल्ली अदि शामिल हैं। इसके अलावा यहाँ पक्षियों के कई प्रजातियां पाए जाते हैं जो पक्षी देखने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है।

साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान – Silent Valley National Park Entry Fee

  • साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश के लिए प्रति व्यक्ति 50 शुल्क रुपये शुल्क लिया जाता है।
  • कैमरा के लिए 25 रुपये शुल्क लिया जाता है।
  • वीडियो कैमरा के लिए 200 रुपये।

साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सही समय – Best Time to Visit Silent Valley National Park

साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान साल में किसी भी समय दौरा किया जा सकता है। लेकिन साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे आरामदायक मौसम दिसंबर से अप्रैल के बिच का है।

परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य – National Parks in Kerala, Parambikulam Wildlife Sanctuary

केरल के पलक्कड़ जिले में स्थित परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य केरल का एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभ्यारण्य है जिसे परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व के नाम भी जाना जाता है। यह वन्यजीव अभ्यारण्य लगभग 285 वर्ग किलोमीटर की क्षेत्र फल में फैला हुआ है और वनस्पतियों और कई लुप्तप्राय जानवरों का घर है। परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए एक स्वर्ग सामान है। पश्चिमी घाट में स्तिथ होने के कारण केरल में सबसे शानदार वन्यजीव अभ्यारण्य में से एक है। परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य बाघों की घटती आबादी को संरक्षित करने के लिए लिए जाना जाता है जिसे 2009 में भारत में एक टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया है।

परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य प्रकृति के करीब जाने के लिए एक आदर्श स्थान है। यह वन्यजीव अभ्यारण्य विविध वनयजीवों का एक खूबसूरत आश्रयस्थल है। यहाँ पाए जाने वाले वन्यजीवों में स्तनधारियों में 39 प्रजातियां हैं जिनमें बाघ, तेंदुआ, हाथी, जंगली सूअर, नीलगिरी लंगुआर, सुस्त भालू, नीलगिरी मार्टन, उड़ने वाली गिलहरी अदि शामिल हैं। सरीसृपों की यहाँ लगभग 61 प्रजतियाँ पाए जा सकते हैं। इसके अलावा पक्षियों की 268 प्रजातियां और उभयचरों की 16 प्रजातियां भी देखने को मिलता है। परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य वन्यजीवों के पता लगाने और प्रकृति के बिच शानदार समय बिताने के लिए एक बेहतरीन जगह है।

परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय – Best Time to Visit Parambikulam Wildlife Sanctuary

हालाँकि परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य साल में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है। लेकिन परम्बिकुलम वन्यजीव अभ्यारण्य घूमने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल तक है।

चिमोनी वन्यजीव अभयारण्य – Chimmony Wildlife Sanctuary in Hindi 

केरल के त्रिशूर जिले में स्तिथ चिमोनी वन्यजीव अभयारण्य केरल के एक प्रमुख आकर्षण है। यह शानदार अभयारण्य कई दुर्लभ वनस्पतियों और वन्यजीवों का घर है। पश्चिमी घाट के शांत और मनमोहक वातावरण में स्तिथ यह केरल में घूमने के लिए एक आकर्षक जगह है। चिमोनी वन्यजीव अभयारण्य लगभग 87 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ जहाँ स्तनधारियों की 39 प्रजातियाँ, सरीसृपों की 25 प्रजातियाँ, मछलियों की 31 प्रजातियाँ और उभयचरों की 14 प्रजातियाँ हैं। यहाँ पाए जाने वाले जानवरों में शेर पूंछ वाले मकाक, पैंथर, बाघ, जंगली बाइसन, हाथी, बोनट मकाक और मालाबार गिलहरी सहित जानवरों की कई प्रजातियां शामिल हैं। इसके अलावा यह पक्षी देखने वाले लोगों के लिए भी एक लोकप्रिय स्थान है।

इडुक्की वन्यजीव अभ्यारण्य – Idukki Wildlife Sanctuary in Hindi 

इडुक्की वन्यजीव अभ्यारण्य भारत के केरल राज्य में इडुक्की जिले में स्तिथ एक लोकप्रिय वन्यजीव अभ्यारण्य है। लगभग 77 वर्ग किलोमीटर की क्षेत्र फल में फैला यह यह वन्यजीव अभ्यारण्य जंगलों, घास के मैदानों और पर्णपाती पेड़ों के बिच स्तिथ है। यह केरल के प्राकृतिक सुंदरता और अनूठे जीव विविधता का अनुभव करने के लिए एक शनदार अवसर प्रदान करता है। यहाँ पाए जाने वन्यजीवों में सांभर, हिरण, जंगली कुत्ते, जंगली बिल्लियाँ, मालाबार जायंट गिलहरी, बाघ और जंगली सूअर अदि शामिल  हैं।

इडुक्की वन्यजीव अभ्यारण्य समुद्र तल से लगभग 750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित और प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए एक बेहतरीन आकर्षण है। पर्यटक यहाँ नदियों में नाव की सवारी का भरपूर आनंद ले सकते हैं और कई अन्य गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं। प्रकृति की आश्चर्यजनक दृश्य के साथ अद्भुत वन्यजीवों को करीब से देखने के लिए इडुक्की वन्यजीव अभ्यारण्य केरल में सबसे खूबसूरत जगहों में से एक माना जाता है।

इडुक्की वन्यजीव अभ्यारण्य घूमने का सही समय – Best Time to Visit Idukki Wildlife Sanctuary 

इडुक्की वन्यजीव अभ्यारण्य घूमने का सही समय दिसंबर से अप्रैल के महीनों के दौरान है। हालाँकि यहाँ की सुहावने मौसम और प्राकृतिक सुंदरता के कारण यहाँ साल भर किसी भी समय जाया जा सकता है।

पम्पादुम शोला राष्ट्रीय उद्यान – National Parks in Kerala, Pampadum Shola National Park

पम्पादुम शोला राष्ट्रीय उद्यान केरल के इडुक्की जिले में स्तिथ एक सुन्दर और प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है। यह केरल में प्रकृति के बेहद करीब जाने के लिए एक लोकप्रिय जगह है। लगभग 12 वर्ग किलोमीटर की क्षेत्र फल में फैला यह राष्ट्रीय उद्यान राज्य के सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान माना जाट है। इसे 2004 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में माना गया था, तब से यह केरल में वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए एक आदर्श गंतव्य रहा है।

पम्पादुम शोला राष्ट्रीय उद्यान में साल भर धुंध और बादल छाए रहते हैं और मानसून के दौरान भीषण बारिश होती है। यहाँ पाए जाने जानवरों में हिरणों, हाथियों, लंगूरों, जंगली कुत्तों और भैंसों की एक विस्तृत विविधता के साथ समृद्ध है। इसके अलाव पार्क में 93 से अधिक पतंगों की प्रजातियों और तितलियों की दस विभिन्न प्रजातियों भी पाए जाते हैं। 

पम्पादुम शोला राष्ट्रीय उद्यान का सही समय 

पम्पादुम शोला राष्ट्रीय उद्यान पम्पादुम शोला राष्ट्रीय उद्यान साल में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है। लेकिन यहाँ घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च तक है। इन महीनों में मौसम काफी सुहावना रहता है जो घूमने के लिए आदर्श समय माना जाता है।

नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य – National Parks in Kerala, Neyyar Wildlife Sanctuary

केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में स्थित नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य पश्चिमी घाट के दक्षिण पूर्व में स्तिथ है। यह अभ्यारण्य लगभग 128 वर्ग किलोमीटर की क्षेत्र फल में फैला हुआ है। यह यह अभ्यारण्य तिरुवनंतपुरम से सिर्फ 32 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है और शानदार नेय्यर बांध के निकट स्थित है। अभ्यारण्य वनस्पतियों और कई वन्यजीवों की अनूठी प्रजीतियों का घर है। यहाँ पाए जाने वाले जानवरों में बाघों, तेंदुओं, हाथियों, सांभर, सुस्त भालू आदि कई जंगली जानवरों शामिल हैं। इसके अलावा यहाँ  वनस्पतियों के कई प्रजीतियाँ पाए जाते हैं।

यहाँ का मुख्य आकर्षण मगरमछ पालन केंद्र और हिरण और हाथी पुनर्वास केंद्र अदि शामिल हैं। इसके अलावा कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं जो प्रकृति के बिच समय बिताने के लिए सबसे अच्छा माध्यम है। साथ ही पर्यटक नेय्यर बांध के जलाशय में नौका विहार की भरपूर आनंद ले सकते हैं जो वास्तव में एक अलग अनुभव होता है। नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य केरल के एक लोकप्रिय वन्यजीव अभयारण्य तो है ही साथ ही प्रकृति का सबसे शानदार दृश्य को देखने के लिए एक आदर्श स्थान है।

नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य प्रवेश शुल्क – Neyyar Wildlife Sanctuary Entry Fee

  • प्रति भारतीय व्यक्ति के लिए 250 रुपए है।
  • विदेशी पर्यटकों के लिए 300 रुपए है।

नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य घूमने का सही समय – Best time to Visit Neyyar Wildlife Sanctuary

नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य साल में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है। लेकिन नेय्यर वन्यजीव अभयारण्य नवम्बर से मार्च तक है जो आमतौर पर सर्दियों का मौसम होता है। इन महीनों के दौरन मौसम सुखद रहता है और अभयारण्य के लिए एक आरामदायक यात्रा की सुबिधा प्रदान करता है।


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