Rishikesh me Ghumne ki Jagah : उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्तिथ ऋषिकेश भारत के एक खूबसूरत पहाड़ी शहर है जो हिमालय की तलहटी पर और गंगा नदी के किनारे स्तिथ है। यह भारत में एक ऐसा स्थान है जो पर्यटकों को आध्यात्मिकता और रोमांच का दुर्लव मिश्रण प्रदान करता है। यह कहने की जरुरत नहीं है की यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। ऋषिकेश प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति, धर्म और पौराणिक कथाओं में एक प्रमुख स्थान रहा है। ऐसा कहा जाता है की रावण का वध करने के बाद भगवान राम अपने भाईयों के साथ तपस्या करने के लिए ऋषिकेश आए थे।
ऋषिकेश भारत का 7 वां सबसे बड़ा शहर है और इसे गड़वाला हिमालय का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। यह भारत का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है और हिन्दुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थान भी है। प्राचीन काल से ऋषिकेश को देवताओं के भूमि के रूप में जाना जाता है। ऋषिकेश को आमतौर पर योग राजधानी के रूप में जाना जाता है। यह शहर पर्यटकों से भरा रहता है जहाँ लोग योग और ध्यान सिखने के लिए आते हैं।
हरिद्वार से लगभग 25 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ ऋषिकेश एक ऐसा स्थान है जो तीर्थयात्रियों को उनकी चार धाम यात्रा की शुरुआत के एकजुट करता है। मंदिरों और आश्रमों के लिए बिश्व में प्रसिद्ध इस नगर में साल भर सैलानियों के भीड़ लगा रहता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और ममोहक दृश्य अक्सर पर्यटकों लुभाता रहता है।
सभी को मेरा नमस्कार, उम्मीद है आप सभी बिलकुल सही होंगे और स्वस्थ होंगे। उत्तराखंड में पवित्र शहर के रूप में जाना जाने वाला ऋषिकेश विभिन्न पर्यटक आकर्षणों का घर है। उत्तराखंड की यह खूबसूरत शहर भारत के प्रमुख पर्यटन और तीर्थस्थलों में से एक है जहँ दुनिया भर से लोग शांति की तलाश में आते हैं। दर्शनीय स्थलों के अलावा यह स्थान अलग अलग साहसिक खेलों और गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। अगर आप भी इन सभी साहसिक गतिविधियां और दर्शनीय स्थलों में दिलचस्पी रखते हैं और अपनी छुट्टी को एक यादगार छुट्टी बनाना चाहते हैं तो उत्तराखंड की यह शानदार शहर आपके लिए एक सबसे बहेतरीन स्थान हो सकता है।
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ऋषिकेश में घूमने की जगह लक्ष्मण झूला – Rishikesh me Ghumne ki Jagah Lakshman Jhula
लक्ष्मण झूला ऋषिकेश के सभी आकर्षणों में सबसे लोकप्रिय माना जाता है जो गंगा नदी के दो किनारे पर बना एक निलंबन पुल है। इस सरंचना का निर्माण बर्ष 1939 में किया गया था और तब से यह ऋषिकेश का सबसे प्रमुख आकर्षणों में से एक है। लक्ष्मण झूला नदी से 70 फीट की ऊंचाई पर 450 लंबा पुल है। ऐसा माना जाता है की यह वह स्थान है जहाँ भगवान लक्ष्मण ने जुट के रस्सी पर गंगा नदी को पर किया था। बर्तमान में यह स्थान एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है और लाखों तीर्थयात्रियों को अकसर आकर्षित करता है। ऋषिकेश में घूमने के लिए लक्ष्मण झूला एक बहेतरीन स्थान है।
ऋषिकेश में घूमने की जगह तेरा मंजिल मंदिर – Rishikesh me Ghumne ki Jagah Tera Manzil Temple
तेरा मंजिल ऋषिकेश में घूमने के लिए एक ओर प्रसिद्ध जगह है जिसे त्र्यंबकेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर की सबसे खास बात इसकी शानदार वास्तुकला है जो सभी पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करता है। यह मंदिर तेरह मंजिला ईमारत है जो पवित्र गंगा नदी के तट पर स्तिथ है। इस मंदिर को लखमन झूला से स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह ऋषिकेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है और ऋषिकेश में देखने और पूजा करने के लिए एक आदर्श जगह है।
ऋषिकेश टूरिस्ट प्लेस राम झूला – Rishikesh Tourist Places in Hindi Ram Jhula
लक्ष्मण झूला से कुछ मिल की दुरी पर राम झूला है जो ऋषिकेश के सबसे प्रतिष्ठित स्थानों में से एक है। यह एक निलंबन पुल है जो पूरी तरह से लोहे से बना है। पुल की लंबाई लगभग 450 फीट है और इसका निर्माण बर्ष 1986 में किया गया था। यह पुल पवित्र गंगा नदी पर स्तिथ है और शिवानंद नगर को स्वर्गाश्रम से जोड़ने वाली अद्भुत सरंचना है। राम झूला गंगा नदी और ऋषिकेश शहर का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है और यहाँ नौका विहार भी उपलब्ध है। इसलिए राम झूला ऋषिकेश में घूमने लिए एक बेहतरीन स्थान है।
ऋषिकेश के प्रमुख दर्शनीय स्थल त्रिवेणी घाट – Rishikesh ke Pramukh Darshaniya Sthal Triveni Ghat
हिमालय के गोद में बसा त्रिवेणी घाट सबसे पवित्र स्नान स्थल है और ऋषिकेश में सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। यह स्थान साल भर पर्यटकों से भरा रहता है। त्रिवेणी घाट तीन धार्मिक नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्तिथ है। एक लोकप्रिय मान्यता के अनुसार जो कोई भी त्रिवेणी घाट में डुबकी लगता है उसे सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही गीता मंदिर और लक्ष्मीनारायण मंदिर जैसे प्रसिद्ध मंदिर त्रिवेणी घाट के तट पर स्तिथ है। इसी स्थान की प्रमुख आकर्षण त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती जिसे महा आरती भी कहा जाता है जो गंगा नदी की तट पर की जाने वाली एक साम की आरती है और यह बड़ी संख्या में भक्तों को और पर्यटकों को आकर्षित करता है।
ऋषिकेश के सबसे प्रसिद्ध जगह शिवपुरी – Rishikesh Tourist Places in Hindi Shivpuri
शिवपुरी ऋषिकेश का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह रोमांच, शांति, आध्यात्मिकता और प्राकृतिक एक अनूठा मिश्रण है। यदि आप रिवर राफ्टिंग के लिए जाना चाहते हैं तो यह एकदम सही जगह है। शिवपुरी रिवर राफ्टिंग के लिए मशहूर है। इसलिए रोमांच के शौकीन कई लोग यहाँ रिवर राफ्टिंग के लिए आते हैं। इसके अलावा यहां कई कैंप भी हैं। इसलिए, बड़ी संख्या में पर्यटक यहां माउंटेन बाइकिंग, कैंपिंग और ट्रेकिंग के लिए आते हैं। साथ ही यहाँ का आसपास का नजारा और शांत वातावरण पर्यटकों के दिल जित लेती है।
ऋषिकेश में लोकप्रिय जगह वशिष्ठ गुफा – Rishikesh me Lokopriyo Jagah Vashistha Cave
वशिष्ठ गुफा ऋषिकेश में एक प्राचीन गुफा है जहाँ ऋषि वशिष्ठ और उनके पत्नी ने तपस्या की थी। पौराणिक कथाओं के अनुसार ऋषि वशिष्ठ ने अपने बच्चे की मृत्यु के बाद गंगा नदी में आत्महत्या करने का निर्णय लिया। लेकिन देवी गंगा ने माना कर दिया। उसके बाद पत्नी अरुंधति को यह स्थान पसंद आया और उन्होंने यहीं रहने का फैसला किया। यह गुफा 60 फीट गहरी एक प्राकृतिक सरंचना है और इस गुफा तक पहंचने के लिए लगभग 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। गुफा के पास एक छोटा सा आश्रम है जिसे स्वामी पुरुषोत्तमानंद आश्रम के नाम से जाना जाता है। यह ऋषिकेश में एक लोकप्रिय जगह है जो ऋषिकेश में घूमने के लिए बिलकुल सही जगह है।
ऋषिकेश में घूमने की जगह नीलकंठ महादेव मंदिर – Rishikesh me Ghumne ki Jagah Neelkanth Mahadev Temple
ऋषिकेश शहर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर एक प्राचीन और पवित्र मंदिर है जो मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण मंदिर है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 1330 मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी के ऊपर स्तिथ है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह वह स्थान है जहाँ भगवान शिव ने अमृत को प्राप्त करने के लिए देवताओं और असुरों द्वारा समुद्र मंथन के उत्पन्न जहर पिया था जिसे उनके गला नीला हो गया था। यहीं से भगवान शिव का नाम नीलकठ महादेव पड़ा। यह हिन्दुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है और ऋषिकेश में दर्शन और पूजा करने के लिए एक आदर्श स्थान है।
ऋषिकेश पर्यटन स्थल कौडियाला – Rishikesh Tourism in Hindi Kaudiyala
कौडियाला ऋषिकेश में सबसे अधिक देखे जाने वाले जगहों में से एक है जो शहर से लगभग 40 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है। यह एडवेंचर चाहने वालों के लिए ऋषिकेश के सबसे प्रसिद्ध स्थानों में एक है। समुद्र तल से लगभग 380 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ कौडियाला एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीन यहां रॉक क्लाइंबिंग और व्हाइट रिवर राफ्टिंग के लिए भी आते हैं। इसके अलावा कौडियाला में बहुत सारि गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है। इस क्षेत्र के चरों ओर पहाड़ ओर घने जंगल है जो एक शानदार प्राकृतिक दृश्य प्रस्तुत करता है।
ऋषिकेश में दर्शनीय स्थल स्वर्ग आश्रम – Tourist Places in Rishikesh in Hindi Swarga Ashram
हिमालय के तलहटी में ऋषिकेश के खूबसूरत इलाकों में स्तिथ स्वर्ग आश्रम एक खूबसूरत स्थान है जो भारत के सबसे पुराने योग आश्रम में से एक है। गंगा नदी के किनारे लक्ष्मण झूला ओर ऋषिकेश के बिच स्तिथ स्वर्ग आश्रम में मजूद सुखद वातावरण वास्तव में अद्भुत है। जबकि आश्रम का सुरभ्य परिवेश इसके शांत वातावरण यहाँ मजूद भक्ति ओर आध्यात्मिकता शनती चाहने वालों के लिए स्वर्ग है। संत स्वामी विशुद्धानंद की स्मृति में बनाया गया यह आश्रम ऋषिकेश में घूमने ओर देखने के लिए एक बहेतरीन स्थान है।
ऋषिकेश में देखने की जगह परमार्थ निकेतन आश्रम – Rishikesh me Dekhne ki Jagah Parmarth Niketan Ashram
परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश का ओर एक प्रसिद्ध आश्रम है जो पवित्र गंगा नदी के तट पर हिमालय की गोद में स्तिथ है। यह ऋषिकेश में सबसे बड़ा आश्रम है जिनमें 1000 कमरे हैं। इस आश्रम की स्थापना 1942 में स्वामी शुकदेवानंदजी महाराज द्वारा की गई थी। पर्यटक इस आश्रम में धार्मिक गतिविधियों की एक विस्तृत आंनद ले सकते हैं। यह आश्रम अपनी शांत वातावरण ओर स्वच्छ परिवेश के लिए प्रसिद्ध है। इसीलिए दुनिया भर से भक्तों ओर सैलानी यहाँ आते हैं। ऋषिकेश में धार्मिक ओर आधयात्मिक अनुभव के तलाश करने वाले लोगों के लिए यह एकदम सही जगह है।
ऋषिकेश में घूमने की जगह ऋषिकुंड – Rishikesh me Ghumne ki Jagah Rishikund
ऋषिकुंड ऋषिकेश में घूमने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। ऋषिकुंड का अर्थ है ऋषि का तालाब। यह एक प्राकृतिक गर्म पानी का झरना है जो त्रिवेणी घाट के आसपास के क्षेत्र में स्तिथ है। ऐसा माना जाता है की वनवास के दौरान भगवान राम ने इसी पवित्र तालाब में स्नान किये थे। यह स्थान ऋषिकेश में इतनी लोकप्रिय है की यहाँ आने वाले सभी पर्यटक इस तालाब में स्नान करने के लिए अवश्य आते हैं। अगर आप ऋषिकेश यात्रा पर हैं तो निश्चित रूप से ऋषिकुंड आपको जरूर जाना चाहिए। ऋषिकुंड तीर्थयात्रियों के बिच एक प्रसिद्ध आकर्षण है जो दुनिया के विभिन्न हिस्सों से यहाँ पूजा करने के लिए आते हैं।
ऋषिकेश में घूमने की जगह बीटल्स आश्रम – Rishikesh me Ghumne ki Jagah Beatles Ashram
शहर के केंद्र से लगभग 20 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ बीटल्स आश्रम ऋषिकेश में घूमने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आश्रम में से एक है। राजाजी राष्ट्रीय उद्यान के बीच में स्थित यह एक पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन स्थल है। यह आश्रम अक्सर इतिहास प्रेमियों और एक महान अनुभव प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले लोगों को आकर्षित करता है। शुरू में आश्रम को महर्षि महेष योगी आश्रम के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब यह आश्रम बीटल्स आश्रम के रूप में जाना जाता है और ऋषिकेश यात्रा कार्यक्रमों में घूमने के स्थानों में एक आकर्षण है।
ऋषिकेश में घूमने की जगह नीरघर जलप्रपात – Rishikesh me Ghumne ki Jagah Neer Ghar Waterfall
हरे भरे जंगल के बिच स्तिथ नीरघर जलप्रपात ऋषिकेश में एक असली खूबसूरत है जो अकसर पर्यटकों को लुभाता है। यह आश्चर्यजनक झरना 25 फीट उंचई से निचे गिरता है जो एक अद्भुत नजारा प्रस्तुत करता है। नीरगढ़ जलप्रपात एक ऐसा स्थान है जिसमें लक्ष्मण झूला से 2 किलोमीटर उत्तर में स्थित ताजे पानी के साथ एक उत्कृष्ट वातावरण है और हरे भरे जंगल की हरियाली के माध्यम से 2 किमी की पैदल यात्रा के बाद पहुंचा जा सकता है जो इसे ऋषिकेश में सबसे अनुकूल पर्यटन स्थलों में से एक बनाता है।
ऋषिकेश में घूमने की सही समय – Best Time to Visit Rishikesh in Hindi
हालाँकि ऋषिकेश साल में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है। लेकिन ऋषिकेश घूमने का सबसे सही समय फरवरी से मई तक है जब ऋषिकेश में जलवायु की स्थिति आरामदायक और दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए अनुकूल रहती है।
ऋषिकेश में गर्मियों के मौसम मार्च के महीनो में शुरू होता है और जुलाई तक जारी रहता है। इन महीनों के दौरान मौसम माध्यम गरम रहता है और 15 डिग्री से 45 डिग्री सेल्सियस के बिच रहता है जो ऋषिकेश में छुट्टी बिताने के लिए बिलकुल सही समय माना जाता है।
जुलाई से सितंबर तक इसे ऋषिकेश में मानसून का समय माना जाता है। इस समय के दौरान शहर में भरी बारिश होती है। इसके अलावा मानसून के समय में भूस्खलन की संभावना ज्यादा होती है।
ऋषिकेश में सर्दी का मौसम अक्टूबर के महीने में आता है और फरवरी के महीने तक रहता है। इन महीनों में तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है जो ऋषिकेश में घूमने के लिए एक आदर्श समय है।
ऋषिकेश कैसे पहंचे – How to Reach Rishikesh in Hindi
वायु मार्ग – By Air: नजदीकी हवाई अड्डा जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है जो ऋषिकेश शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूरी पर स्तिथ है। यह हवाई अड्डा नई दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, बेंगलुरु और तिरुवनंतपुरम जैसे शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहाँ से टैक्सी या फीर कैब के माध्यम से ऋषिकेश पहंचा जा सकता है।
रेल मार्ग – By Train: नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन है जो लगभग 30 किलोमीटर दूर है। यह रेलवे स्टेशन देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां पहुंचने के बाद आप ऋषिकेश पहुंचने के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं।
सड़क मार्ग – By Road: सड़क मार्ग से ऋषिकेश देश के सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, आगरा, देहरादून, मसूरी, चंडीगढ़, केदारनाथ, गड़वाला, हरिद्वार अदि शहरों से यहाँ के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध है।
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