Ujjain me Ghumne ki Jagah : शिप्रा नदी के तट पर स्तिथ उज्जैन मध्य प्रदेश का एक पवित्र और महत्वपूर्ण शहर है। यह शहर मध्य प्रदेश का सबसे आबादी बाला शहर के रूप में जाना जाता है। यह वह जगह है जो भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों से एक महाकालेश्वर मंदिर है और इसलिए इस शहर को भारत के सात सबसे पवित्र शहरों में से एक के रूप में जाना जाता है। यह शहर अपनी प्राचीन सुंदरता, खूबसूरत मंदिरों, ऐतिहासिक स्मारकों, शानदार झरनों और कई दिलचस्प आकर्षणों के साथ भारत का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। वास्तुकला, धार्मिक महत्व और संस्कृति मामले में उज्जैन अविश्वसनीय रूप से समृद्ध है। इसलिए मध्य प्रदेश का यह पवित्र शहर पुरे साल तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से भरा रहता है और देश के सभी हिस्सों से लाखों लोगों को आकर्षित करता है।
मध्य प्रदेश में सबसे सुंदर और लोकप्रिय पर्यटन केंद्र में से एक होने के नाते उज्जैन निश्चित रूप से भारत में धार्मिक पर्यटन के लिए आदर्श जगह है। शांतिपूर्ण तीर्थस्थल और आकर्षक वातावरण पर्यटकों को आधयात्मिक भावनाओं में बह ले जाता है। भारत का सबसे प्राचीन शहर होने के साथ साथ यह देश के सबसे अधिक देखे जाने वाले जगहों में से एक है। इसके अलावा उज्जैन उन चार स्थानों में से एक है जहाँ हिन्दुओं के सबसे प्रसिद्ध और पवित्र त्यहार कुंभ मेला का आयोजित करता है जो हर 12 साल में होता है। हालाँकि शहर का आकर्षण सिर्फ धार्मिक स्थलों तक सिमित नहीं है। यह शहर लोकप्रिय संग्रहालय, महलों, पार्कों, वन्यजीव उद्यानों और अन्य कई आकर्षणों से युक्त है जो इसे सभी उम्र के लोगों के लिए आदर्श पर्यटन स्थल बनता है।
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उज्जैन का इतिहास – History of Ujjain in Hindi
भारत के मध्य प्रदेश जिले में स्तिथ उज्जैन एक प्राचीन शहर है जो मालवा क्षेत्र में शिप्रा नदी के पूर्व तट पर स्तिथ है। इस शहर से जुड़ा हुआ इतिहास काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका इतिहास महाभारत और रामायण के समय से जुड़ा जाता है। समय से थोड़ा आगे आने से हमें यह पता चलता है की इस शहर को पहले उज्जयिनी के नाम से जाना जाता था और महाकाव्य महाभारत के अनुसार उज्जयनी अवंती साम्राज्य की राजधानी थी। कहा जाता है कि यह शहर उस समय अशोक का निवास स्थान था। कई हिंदू यह भी मानते हैं कि यह वही स्थान है जहां से सदियों पहले हिंदू धर्म का विकास हुआ था। आज यह शहर केवल मध्य प्रदेश में नहीं वल्कि पुरे देश में एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है।
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उज्जैन का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल महाकालेश्वर मंदिर – Ujjain Tourist Places in Hindi Mahakaleshwar Temple
महाकालेश्वर मंदिर भारत के सबसे प्रतिष्ठित पवित्र मंदिरों में से एक है और उज्जैन में सबसे अधिक देखे जाने वाले जगहों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है जिसे भगवान शिव के सबसे पवित्र निवास स्थान के रूप में माना जाता है। ऐसा माना जाता है की इसी स्थान पर शिवलिंग स्वयं प्रकट हुए थे। साथ ही यह मंदिर दुनिया का एक मात्र दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंगों में से एक है। महाकालेश्वर मंदिर रूद्र सागर झील के किनारे स्तिथ है और उज्जैन में पूजा करने के लिए एक आदर्श स्थान है। मंदिर की भव्यता व्यापक रूप से प्रसिद्ध जो सभी भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
उज्जैन में घूमने की जगह काल भैरव मंदिर – Ujjain me Ghumne ki Jagah Kal Bhairav Temple
मध्य प्रदेश के राज्य उज्जैन शहर में स्थित काल भैरव मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है जो शिप्रा नदी के तट पर स्तिथ है। काल भैरव मंदिर काल भैरव को समर्पित है जो भगवान शिव के एक उग्र रूप हैं। ऐसा माना जाता है की काल भैरव अपनी भक्तों का स्वयं रक्षक है। हालाँकि उज्जैन में बहुत सारे प्रसिद्ध मंदिर मौजूद है लेकिन काल भैरव मंदिर उज्जैन में सबसे सक्रिय और प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है जहाँ हर दिन हजारों भक्तों के भीड़ देखा जा सकता है। इस मंदिर में भगवान को शराब का भोग लगाया जाता है, इसलिए यहाँ आसपास शराब की बहुत सारी दुकानें हैं। महाशिवरात्रि के दौरान मंदिर में सबसे अधिक भक्तों का भीड़ लगता है और कई आकर्षक गतिविधियां देखने को मिलती है। मंदिर काफी पुराना है और मंदिर का महत्व काफी समृद्ध है।
उज्जैन में घूमने की जगह भर्तृहरि गुफाएं – Ujjain me Ghumne ki Jagah Bhartrihari Caves
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्तिथ भर्तृहरि गुफाएं एक ऐतिहासिक गुफा है। यह गुफाएं एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और शहर के बाहरी इलाके में शिप्रा नदी के किनारे स्तिथ है। यहाँ पास में ही गडकलिका मंदिर है जो उज्जैन के एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। ऐसा कहा जाता है की विक्रमादित्य के सौतेले भाई भत्रिहारी ने इस स्थान पर लंबे समय तक ध्यान किया था जो एक महान कवी और विद्वान थे। यह स्थान उज्जैन में एक शांत जगह है और प्रमुख आकर्षण भी है जो शहर के प्राचीन इतिहास और गौरवशाली विरासत को भव्य रूप से पदर्शित करता है।
उज्जैन के प्रमुख दर्शनीय स्थल जंतर मंतर – Ujjain ke Pramukh Darshaniya Stahl Jantar Mantar
जंतर मंतर उज्जैन शहर में स्तिथ एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है जिसे वेद शाला के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत में सबसे पुरानी वेद शाला है जो उज्जैन में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। जंतर मंतर का निर्माण महाराजा जय सिंह ने 1725 और 1730 ईस्वी के बिच ज्योतिषियों को उनके शोध और अध्यन करने के लिए किया था। यहाँ कई समय की गणना करने वाले उपकरण पदर्शित किए गए हैं। साथ ही यहाँ पर्यटक कई यंत्र को देख सकते हैं। यह स्थान उज्जैन में घूमने के लिए एक बहेतरीन जगह है।
उज्जैन के सबसे प्रसिद्ध स्थान राम घाट – Ujjain ke Sabse Prasidh Sthan Ram Ghat
राम घाट उज्जैन में स्तिथ एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है जो शिप्रा नदी पर बना एक पवित्र घाट है। यह घाट उज्जैन में एक प्रसिद्ध घाटों में से एक है और बड़ी संख्या में तीर्थयात्री यहाँ अकसर आते रहते हैं। मान्यता के अनुसार इस घाट में डुबकी लगने से सभी प्रकार की पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष का प्राप्ति होती है। राम घाट हिन्दुओं के लिए अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता है क्योंकि यह उन चार स्थानों में से एक है जहाँ हर 12 साल में कुम्भ मेला का आयोजित किया जाता है, जिसके दौरान हजारों भक्त इस घाट पर आते हैं और डुबकी लगते हैं। इसलिए इस घाट का महत्व भारत में काफी उच्च स्तर पर है और उज्जैन में घूमने के लिए एक प्रसिद्ध जगह है।
उज्जैन पर्यटन स्थल चिंतामणि गणेश मंदिर – Ujjain Tourist Places in Hindi Chintamani Ganesh Mandir
शिप्रा नदी के करीब स्तिथ चिंतामणि गणेश मंदिर उज्जैन के सबसे प्राचीन गणेश मंदिरों में से एक है जो मुख्य रूप से भगवान गणेश को समर्पित है। इस मंदिर का महत्व उज्जैन में बहुत अधिक माना जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है की यहाँ भगवान गणेश स्वयं प्रकट हुए थे। मंदिर का निर्माण मध्य प्रदेश में परमारों के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। आज यह मंदिर उज्जैन में एक प्रमुख धर्मिक केंद्र है और यहाँ भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
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उज्जैन में ऐतिहासिक जगह कालियादेह पैलेस – Ujjain me Atihasik Jagah Kaliadeh Palace
कालियादेह पैलेस उज्जैन शहर में स्तिथ एक पुराना और ऐतिहासिक महल है। इस महल का निर्माण मांडू के सुल्तान ने करवाया था। शिप्रा नदी के किनारे स्तिथ यह महल फारसी वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है। इस महल का निर्माण 1458 ई. में किया गया था। ऐसा कहा जाता है की इस महल की खूबसूरती से प्रभावित होकर अकबर और जहांगीर ने भी इस ऐतिहासिक और खूबसूरत महल का दौरा किया था। इस महल के गुंबद को फारसी शैली में डिजाइन किया गया था। आज यह उज्जैन में पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षणों का केंद्र है और शिप्रा नदी के निकट स्तिथ होने के कारन यहाँ से नजारा बहुत आकर्षक दिखाई देती है। इसके अलावा महल के पास दो प्रसिद्ध कुंड है जिसे ब्रम्हा कुंड और सूर्य कुंड के नाम से जाना जाता है।
उज्जैन में घूमने की जगह हरसिद्धि मंदिर – Ujjain me Ghumne ki Jagah Harsiddhi Temple
उज्जैन में और एक महत्वपूर्ण मंदिर है जिसे हरसिद्धि मंदिर के रूप में जाना जाना जाता है। यह मंदिर देवी पारवती को समर्पित है और भारत में 51 शक्तिपीठों में से एक है। मराठा शासन काल के दौरान निर्मित यह मंदिर भारत के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है और उज्जैन में पूजा करने के लिए एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। मंदिर की प्रमुख आकर्षण देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति देवी महालक्ष्मी और देवी सरस्वती की मूर्तियों के बीच विराजमान है। मंदिर परिसर में दीपों से सजाए गए दो विशाल स्तंभ हैं जो मराठा वास्तुकला का एक अनूठा उदहारण है।
उज्जैन में दर्शनीय स्थल इस्कॉन मंदिर – Ujjain Tourist Places in Hindi ISKCON Temple
इस्कॉन मंदिर उज्जैन में एक महत्वपूर्ण मंदिर है और शहर की दर्शनीय स्थलों में काफी महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। इस मंदिर में राधा मदन मोहन, श्री कृष्ण बलराम और गौरी निताई की मूर्तियां हैं। मंदिर में प्रवेश करते ही पवित्र भावनाओं का एहसास होता है। मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर का उपयोग किया गया था जो इसे एक आश्चर्यजनक रूप देता है। मंदिर में एक बगीचा भी है जहाँ पर्यटक शांति और आध्यात्मिकता का आनंद ले सकते हैं। इस्कॉन मंदिर उज्जैन में एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है और मंदिर की दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।
उज्जैन में घूमने की जगह गढ़कालिका मंदिर – Ujjain me Ghumne ki Jagah Gadkalika Temple
गढ़कालिका मंदिर मध्य प्रदेश के शहर उज्जैन में स्तिथ एक पवित्र हिन्दू मंदिर है जो देवी कलिका को समर्पित है। यह मंदिर भर्तृहरि गुफाओं के पास स्थित है और उज्जैन में घूमने के लिए प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। मंदिर का प्रमुख आकर्षण देवी कलिका की मूर्ति है जो पूरी तरह से आकर्षक दिखाई देती है। यह एक प्राचीन मंदिर है और उज्जैन के धार्मिक स्थलों में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर दिन मंदिर की दर्शन के लिए बड़ी तादाद में भक्त आते हैं और माँ कलिका के आशीर्वाद लेते हैं।
उज्जैन के लोकप्रिय धार्मिक स्थल चौबीस खंबा मंदिर – Ujjain Tourist Places in Hindi Chaubis Khamba Temple
चौबीस खंबा मंदिर हिंदुओं के लिए एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है और मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। मंदिर का निर्माण 9वीं से 10वीं शताब्दी के दौरान किया गया था। यहाँ महालया और महामाया दो देवियां की प्रतिमाएं द्वार के दानों किनारे पर स्थापित है जिनके आराधना राजा विक्रमादित्य किया करते थे। यह मंदिर महाकालेश्वर मंदिर के पास स्तिथ है और उज्जैन में एक पवित्र स्थल के रूप में प्रतिष्ठित है। विशेष रूप से नवरात्री उत्सव के दौरान मंदिर काफी आकर्षक दिखाई देती है जो बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है।
उज्जैन में घूमने की जगह मंगलनाथ मंदिर – Ujjain me Ghumne ki Jagah Mangalnath Temple
शिप्रा नदी के तट पर स्तिथ मंगलनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक भव्य मंदिर है। यह उज्जैन के लोकप्रिय मंदिरों में से एक है और उज्जैन में घूमने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है। इस मंदिर में रोजाना सैकड़ों भक्त आते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हैं।
उज्जैन का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन – Famous Food of Ujjain in Hindi
एक प्रसिद्ध प्रसिद्ध पर्यटन स्थल होने के कारण उज्जैन शहर में खाने के शौकीन लोगों के लिए कोई कमी नहीं है। यह एक धार्मिक शहर है, इसलिए यहाँ परोसे जाने वाले सभी व्यंजन आमतौर पर शाकाहारी होते हैं और अधिकांश जगहों में शाकाहारी भोजन प्रदान करते हैं। यहाँ की लोकप्रिय स्थानीय व्यंजनों में सब्जी पूरी दाल, बफला, साबूदाना खिचड़ी, पोहा जलेबी, समोसा, कचौरी और नमकीन हैं जिन्हें आप उज्जैन की यात्रा के दौरान स्वाद ले सकते हैं।
उज्जैन घूमने का सबसे सही समय – Best Time to Visit Ujjain in Hindi
उज्जैन घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है। इन महोनों के दौरान मौसम सुखद रहता है और तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है जो घूमने के लिए सबसे आदर्श समय है। गर्मियों के मौसम के दौरान यहाँ भीषण गर्मी पड़ती है और यह मार्च के महीने से शुरू होता है और जून तक जारी रहता है। इन् महीनों के दौरान तापमान कभी कभी 45 डिग्री तक बढ़ जाती है, इसलिए इन महीनों के दौरान दर्शनीय स्थलों के यात्रा करना कठिन होता है। उज्जैन में मानसून जून से शुरू होता है और सितंबर तक रहता है और शहर में मध्यम वर्षा होता है। इस समय के दौरन यहाँ घूमना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
उज्जैन कैसे पहंचे – How to Reach Ujjian in Hindi
वायु मार्ग – By Air : उज्जैन में कोई हवाई अड्डा नहीं हैं। निकटतम हवाई अड्डा इंदौर है जो उज्जैन से लगभग 56 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। यह हवाई अड्डा देश के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहाँ के लिए मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, भोपाल, अहमदाबाद अदि शहरों से सीधी उड़ानों उपलब्ध है।
रेल मार्ग – By Train : उज्जैन का निकटतम रेलवे स्टेशन उज्जैन जंक्शन है जो शहर के केंद्र से सिर्फ 3 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। यह रेलवे स्टेशन देश के सभी प्रमुख रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। भारत के विभिन्न प्रमुख शहरों से नियमित ट्रेनें यहां प्रतिदिन उज्जैन जंक्शन रेलवे स्टेशन के लिए चलती हैं।
सड़क मार्ग – By Road : उज्जैन सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। राज्य के विभिन्न शहरों से यहाँ के लिए नियमित बसें उपलब्ध है।
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