वाराणसी में घूमने के लिए 14 सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – 14 Top Tourist Places in Varanasi in Hindi

Varanasi me Ghumne ki Jagah: भारत के उत्तरप्रदेश राज्य में गंगा नदी के किनारे स्तिथ वाराणसी एक ऐसा खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो हिंदुओं के लिए एक पवित्र और खास तीर्थ स्थलों में से एक है। अगर आप वाराणसी घूमने जा रहे है तो आपको जरूर यह देखने को मिलेगा की ज्यादातर कई लोग यहां मुक्ति और शुद्धिकरण के लिए आते हैं। हिंदू धर्म के लिए वाराणसी सात पवित्र स्थानों में से एक मुख्य स्थल है। वाराणसी वह जगह है जहां लोग पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति हो सकते हैं और मृत्यु के बाद  परमात्मा के साथ एकजुट हो सकते हैं। रामायण, वेद तथा पुराणों में भी वाराणसी का उल्लेख मिलता है।

वाराणसी को बनारस या काशी के नाम से भी जाना जाता है। लोगों का मानना यह है कि वाराणसी का स्थापना स्वयं महादेव ने किए थे। इस शहर को भारत का धार्मिक राजधानी के रूप में माना जाता है। वाराणसी अपने धार्मिक वास्तुकला और ढेर सारे मंदिरों और घाट के लिए भी प्रसिद्ध है, जैसे कि काशी विश्वनाथ मंदिर, मणिकर्णिका घाट , तुलसी मानस मंदिर , राम नगर किला , दरभाग घाट और भी बहुत कुछ मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां आप शानदार किले भी देख सकते हैं जहां आप राजाओं और रानियों की जीवनशैली के बारे में पता चलता है।

बनारस की सभी चराहों पर कम से कम आपको एक ना एक मंदिर देखने को जरूर मिलेगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह वह स्थान है जहाँ तुलसीदास जैसे प्रसिद्ध भारतीय लेखकों ने यहां राम चरित मानस लिखा था। इसका मतलब वनारस भारत के उन शहरों में से एक है जो कई प्राचीन इतिहास को समेटा हुआ है। यह शहर ज्यादातर सोने और चांदी के धागे के काम, लकड़ी की खिलौने, कांच की चूड़ियों और विभिन्न प्रकार का हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।

आप सभी को नमस्कार है, में उम्मीद करती हूं आप सभी स्वस्थ और अच्छे होंगे। उत्तरप्रदेश का सबसे धार्मिक और पवित्र शहर वाराणसी एक ऐसा खूबसूरत पर्यटन स्थल है जहां हर साल लाखों के संख्या में पर्यटकों अपने तीर्थ यात्रा पूरे करने के लिए आते है। यह स्थान न केवल भारतीयों लोगों के दिल बसता है, वल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भी इस शहर की यात्रा करते हैं। अगर आप भी इस शानदार तीर्थ स्थल का यात्रा करना चाहते हैं और शहर की पवित्र और धार्मिक वातावरण में एक अलौकिक अनुभव का आनंद लेना चाहते हैं तो यह लेख आप के लिए है। इस लेख के माध्यम से आप वाराणसी के सभी दर्शनीय स्थलों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Table Contents

वाराणसी का इतिहास – History of Varanasi in Hindi

  • वाराणसी का हजारों साल पुराना एक लंबा और समृद्ध इतिहास है।
  • यह दुनिया के सबसे पुराने बसे शहरों में से एक है और सदियों से हिंदू धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का केंद्र रहा है।
  • वाराणसी को काशी, बनारस या बनारस के नाम से भी जाना जाता है।
  • शहर का नाम उन दो नदियों से लिया गया है जो उत्तर में वरुणा और दक्षिण में असी।
  • कहा जाता है कि यह शहर हिंदू भगवान शिव द्वारा स्थापित किया गया था।
  • यह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और संस्कृत विश्वविद्यालय सहित भारत के कुछ सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों का घर है।
  • पूरे भारत से तीर्थयात्री पवित्र गंगा नदी में स्नान करने और इसके कई मंदिरों के दर्शन करने के लिए वाराणसी आते हैं।
  • वर्त्तमान समय में, यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, और इसकी प्राचीन वस्तुओं की दुकानें और मंदिरों दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

Varanasi me Ghumne ki Jagah

और पढ़े : फतेपुर सिकरी का इतिहास और महत्वपूर्ण जानकारी

वाराणसी में घूमने की जगह दशाश्वमेध घाट – Varanasi me Ghumne ki Jagah Dashashwamedh Ghat

Varanasi me Ghumne ki Jagah, Dashashwamedh Ghat

वाराणसी का दशाश्वमेध घाट एक बहत ही पवित्र जगह है जो गंगा नदी तट पर स्थित एक मुख्य घाट है जिसको अपनी आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है। इस जगह को इसलिए प्रसिद्ध कहा जाता है क्योंकि इस जगह पर भगवान ब्रह्मा ने दसा अश्वमेध यज्ञ किए थे जिसमें वो 10 घोड़ों की बलि दी थी। वाराणसी में दशाश्वमेध घाट का नाम पर्यटकों के लिस्ट में सबसे पहले आता है क्योंकि पर्यटकों वाराणसी आते हैं तो सबसे पहले दशाश्वमेध घाट ही आते हैं।  यहां लोगों का भीड़ बहत ज्यादा देखने को मिलता है। शाम को यहां काफी ज्यादा भीड़ होता है क्योंकि शाम को इस घाट पर होने वाली गंगा आरती सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां त्रितयत्री अपने पापों को धोने और प्रार्थना करने के लिए भी आते हैं।

प्रवेश समय – Entry Time : 24 घंटे खुला रहता है।

आरती समय : शाम 7 बजे से शाम 7:45 (ग्रीष्मकाल), शाम 6 बजे से शाम 6:45 (सर्दियों)

वाराणसी में घूमने की जगह अस्सी घाट – Varanasi me Ghumne ki Jagah Assi Ghat

Varanasi me Ghumne ki Jagah, Assi Ghat

अस्सी घाट एक पवित्र जगह है जो वाराणसी रेलवे स्टेशन से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां का खासियत यह है कि एक पीपल के पेड़ के नीचे स्तिथ एक विशाल शिव लिंग की पूजा करके भगवान शिव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। गंगा नदी ओर अस्सी के संगम पर अस्सी घाट स्तिथ है, जो काशी की प्राचीनता को दर्शाता है। इसके अलावा आप यहां का सूर्यदय और सूर्यस्त का आनंद ले सकते है। अस्सी घाट को प्रति घंटे में लगभग 500 पर्यटकों देखने आते है और यह स्थान मनोरंजन और तियोहार के लिए भी प्रसिद्ध है।

प्रवेश समय – Entry Time: 24 घंटे खुला रहता है।

वाराणसी में प्रसिद्ध धार्मिक जगह काशी विश्वनाथ मंदिर – Varanasi Tourist Places in Hindi Kasi Viswanath Temple

Varanasi Tourist Places in Hindi Kasi, Viswanath Temple

पवित्र गंगा नदी के तट पर स्तिथ काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों या मंदिरों में से एक है जिनको विश्वनाथ और विश्वेश्वरर के नाम से जाना जाता है, जिसका अर्थ है संपूर्ण ब्रम्हांड का शासक। इस मंदिर कि मीनार पर 800 किलो सोना चढ़ा हुआ है। यहां आपको कैमरा, मोबाइल और अन्य कोई इलैक्ट्रोनिक उपकरणों अंदर लेने के लिए अनुमति नहीं दी जाती है। मंदिर के परिसर में एक कुएं है जिसको ज्ञान वापी और ज्ञान कुआं कहा जाता है, जहां पर केवल हिंदुओं को जाने के लिए अनुमति दि जाती है। इसके बाद कालभैरव, विरूपाख गौरी और विनायक आदि छोटे छोटे मंदिर है जो विशेष रूप से दर्शनीय है। इस मंदिर में हर रोज लगभग 3000 भक्त आते हैं और एक पवित्र वातावरण में भगवान शिव की आराधना करते हैं।

प्रवेश समय – Entry Time : दोपहर 2:30 बजे से रात 11:00 बजे तक खुला रहता है।

वाराणसी में लोकप्रिय जगह तुलसी मानस मंदिर – Varanasi me Lokopriyo Jagah Tulsi Manasa Temple

वाराणसी के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक तुलसी मानस मंदिर है। इस मंदिर में भगवान राम को समर्पित किया गया है, जिसका निर्माण 1964 में किया गया था। संत कवि तुलसी दास के नाम पर इस मंदिर का नामकरण किया गया है। यह वो स्थान है जहां तुलसी दास ने हिंदी भाषा की अवधी बोली में हिंदू महाकाव्य रामायण लिखे थे। इस मंदिर कि ऊपर मंजिल पर रामायण के विभिन्न प्रकार शिलालेख प्रदर्शित किया गया है। इस स्थान पर सावन के महीने रामायण से संबंधित कठपुतलियों का एक विशेष प्रदर्शन होता है इसलिए सावन के महीने जरूर इस मंदिर का दौरा करना चाहिए।

प्रवेश समय – Entry Time: सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।

वाराणसी के लोकप्रिय मंदिर दुर्गा मंदिर – Varanasi ke Lokoprriyo Mandir Durga Temple

अस्सी घाट के पश्चिम में सिर्फ 5 मिनट दूर पैदल जाने पर दुर्गा मंदिर नजर आता है। यह वाराणसी का एक बहत ही खूबसूरत और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां हर दिन इतने सारे बंदर आते है कि इसको अलग नाम से बंदर मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में एक बंगाली महारानी द्वारा किया गया था और यह मंदिर को पूरा लाल रंग से रंगा गया है। लोगों का कहना है कि यहां देवी दुर्गा का मूर्ति निर्माण नहीं किया गया था बल्कि यह अपने आप प्रकट हुए थे।

वाराणसी में घूमने की जगह सारनाथ मंदिर – Varanasi me Ghumne ki Jagah Saranath Mandir

banaras me ghumne ki jagah, Saranath Mandir

सारनाथ मंदिर वाराणसी से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थल भारत के प्रसिद्ध बौद्ध स्थलों में से एक है और भारत के राष्ट्रीय प्रतीक, अशोक स्तंभ के निर्माण और स्थापना के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान हरे भरे बगीचों से भरा हुआ एक छोटा सा शांतिपूर्ण जगह है। लोगों का कहना यह है कि बोधगया में ज्ञान प्राप्त करने के बाद भगवान बुद्ध अपने पूर्व साथियों के तलाश में सारनाथ आए थे और उन्होंने यहां अपना पहला उपदेश दिए थे, जिससे वाराणसी के लोग इस बात पर खुश होकर यहां सारनाथ मंदिर का निर्माण किए थे। इस खूबसूरत सारनाथ मंदिर के आसपास में धमेख स्तूप, पुरातत्व संग्रहालय, थाई मंदिर और मठ शामिल है। इस मंदिर को देखने के लिए हर दिन हजारों संख्या में पर्यटक आते हैं।

वाराणसी में दर्शनीय स्थल मणिकर्णिका घाट – Varanasi me Darshaniya Sthal Manikarnika Ghat

banaras me ghumne ki jagah, Manikarnika Ghat

वाराणसी से मणिकर्णिका घाट लगभग 5.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यह भारत के प्रमुख स्थलों में से एक है। इस घाट को अंतिम संस्कार के लिए एक शुभ स्थान माना जाता है। इस स्थान को अगले जीवन के प्रवेश द्वार के रूप में भी माना जाता है। यह घाट हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण जगहों में से एक है क्यूंकि लोगों के मृत्यू के बाद यहां उनका अंतिम संस्कार किया जाता है। इस घाट को धार्मिक नजरिए से जरूर देखने जाएँ।

प्रवेश समय – Entry Time: मणिकर्णिका घाट हर दिन, दिन भर खुला रहता है।

प्रवेश समय – Entry Time:  मणिकर्णिका घाट हर दिन दिन भर खुला रहता है।

वाराणसी पर्यटन स्थल में आलमगीर मस्जिद – Varanasi Tourist Places in Hindi Alamgir Mosque

baranasi me ghumne ki jagah, alamgir masque

वाराणसी से आलमगीर मस्जिद लगभाग 5.6 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इस धार्मिक स्थलों का निर्माण 17 वीं शताब्दी में हुआ था। यह मस्जिद को अलग नाम से औरंगजेब की मस्जिद भी कहा जाता है क्योंकि इसका निर्माण औरंगजेब ने ही किया था। आलमगीर मस्जिद के सुंदरता एक अलग प्रकार की ही है और गैर मुसलमानों को मस्जिद में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है सिर्फ मस्जिद के बाहर से उसका आनंद ले सकते हैं।

बनारस में घूमने की जगह बनारस सिल्क एम्पोरियम – Banaras me Ghumne ki Jagah Banaras Silk Emporium

बनारस का प्रसिद्ध बनारसी साड़ी है जिसको हमारे भारत के लोग ज़्यादा पसंद करते है। अगर आप बनारस आ रहे हैं और बनारसी साड़ी खरीदने के लिए सोच रहे हैं तो आपको बनारस से 5 किलोमीटर दूर बनारस सिल्क एम्पोरियम जाना पड़ेगा क्योंकि यहां वाराणसी के मुख्य निर्माता और थोक व्यापारी है जो पारंपरिक रेशम साड़ियों का  स्टॉल है। यहां भारत के सभी जगहों मैं से उचित मूल्य में बनारसी साड़ी आपको मिल जाएगी। अगर आप अच्छी साड़ी और कम मूल्य में लेना चाहते हैं तो इस स्थान  का जरूर यात्रा करें।

वाराणसी में देखने लायक जगह चुनार का किला – Varanasi me Dekhne Layak Jagah Chunar Fort

पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित चुनार का किला वाराणसी में एक ऐतिहासिक किला है जो शहर से लगभग 30 किमी की दूरी पर दक्षिण पश्चिम में उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित है। ऐसा कहा जाता है की यह 11 वीं शताब्दी का किला है, जो अपने इतिहास और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है और आज भी यहां बाबर की कुछ सैनिकों की कब्रें मौजूद है। चुनार का किला को अलग नाम से जादुई किला भी कहा जाता है जो कि चंद्रकांता उपन्यास में चित्रित किया गया है। अगर आप वाराणसी जा रहे हैं तो चुनार किला का यात्रा जरूर करें और इसकी खूबसूरती का आनंद लें।

प्रवेश समय – Entry Time : हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।

वाराणसी में घूमने की जगह नेपाली मंदिर – Varanasi me Ghumne ki Jagah Nepali Temple

varanasi tourist places in hindi, nepali temple

नेपाली मंदिर वाराणसी के सबसे पुराने मंदिर है जो 19 वीं शताब्दी में बनवाया गया था। यह मंदिर मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण नेपाल के राजा बहादुर शाह द्वारा स्थापित किया गया था, इसलिए इस मंदिर का नाम नेपाली मंदिर रखा गया है। इस मंदिर को टेराकोटा, पत्थर और लकड़ी की नक्काशी से बना गया है, जो कि देखने में बहत सुंदर लगता है। हरे भरे पेड़ों के बीच बना हुआ नेपाली मंदिर शांति से भरा हुआ है जो पर्यटकों के मन में एक आधयात्मिक अनुभव एहसास दिलाती है।

वाराणसी का सबसे मशहूर जगह गोदौलिया मार्केट – Varanasi ka Sabse Mashur Jagah Godowlia Market

इस बाजार को वाराणसी का शॉपिंग जंक्शन कहा जाता है और यह वाराणसी का सबसे बड़ा और व्यस्त बाजार है। आपको इस मार्केट पर दैनिक घरेलू सामानों से लेकर कांच की चूड़ियों तक सबकुछ मिलेगा। हर दिन हर समय यह बजार भीड़ रहता है। आपको वाराणसी में समान खरीदना है तो बिना तनाव से वाराणसी गोदौलिया मार्केट चले जाना।

रामनगर किला और संग्रहालय – Ramnagar Fort and Museum

तुलसी घाट के सामने रामनगर किला और संग्रहालय स्तिथ है। इस किला का डिजाइन मुगल शैली की वस्तुकला के अनुसार करवाया गया है और इसका निर्माण 1750 में राजा बलवंत सिंह के द्वारा बनवाया गया है। वर्तमान इस किला मैं वाराणसी में एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। यहां आपको बोहत पुराने कारों, शस्त्रागार और मध्यकालीन वेशभूषा आदि देखने को मिलेगा। तुलसी घाट के सामने स्थित, यह स्थान वाराणसी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।

प्रवेश समय – Entry Time: सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।

प्रवेश शुल्क – Entry Fee: प्रति व्यक्ति के लिए प्रवेश शुल्क 20 रुपए है।

वाराणसी में प्रसिद्ध जगह  भारत माता मंदिर – Varanasi me Prasidh Jagah Bharat Mata Temple

भारत माता मंदिर वाराणसी के एक प्रमुख आकर्षण है जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में स्थित। इस मंदिर का निर्माण राष्ट्रभक्त बाबू शिव प्रसाद गुप्ता द्वारा 1936 में किया गया था और इसका उद्घाटन महात्मा गांधी द्वारा किया गया था। यह मंदिर भारत माता को समर्पित है और पर्यटकों में राष्ट्रीय भावनाएं जाग्रत करता है। मंदिर में संगमरमर में उकेरी  गई अविभाजित भारत देश का एक विशाल मानचित्र है। इस मंदिर में मौजूद नक्शा आजादी से पहले के अखंड भारत को दर्शाता है। अपने अधिक महत्व के साथ यह मंदिर वाराणसी में  देशभक्ति प्रतिक है और वाराणसी में घूमने के लिए एक आदर्श गंतव्य है।

वाराणसी का स्थानीय भोजन – Local Food In Varanashi In Hindi

वाराणसी अपनी लोकप्रिय धार्मिक स्थलों के अलावा स्वादिष्ट भोजन के लिए जाना जाता है। यह एक पवित्र और भारत के एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने कारण ज्यादा तर शाकाहारी व्यंजन का सेवन किया जाता है। अगर आप वाराणसी में खाने पीने की सोच रहे है तो चिन्ता करने का कोई भी जरूरत नहीं है यहां अच्छा और स्वादिष्ट भोजन मिल जाएगा। इस शहर में ज़्यादातर आलू टिक्की ,दम आलू ,कचोरी ,पानी पूरी, जलेबी, राबड़ी और बनारसी केकंद जैसी मिठाईयां मशहूर है। वाराणसी का सबसे प्रसिद्ध खाना उनका बनारसी पान है। जो भी पर्यटकों वनारस आते हैं वे पहले बनारसी पान का स्वाद लेते हैं। अगर आप भी वाराणसी की यात्रा पर है और खाने पिने का बहुत ज्यादा शौकीन है तो यह स्थान खाने पिने के मामलों में विल्कुल निराश नहीं करता है।

वाराणसी घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time to Visit Varanasi in Hindi

भारत का सबसे प्राचीन और पवित्र शहर वाराणसी साल भर तीर्थयात्री और पर्यटकों से भरा रहता है, क्योंकि यहाँ साल भर धार्मिक अनुष्ठानों चलता रहता है। इसलिए वाराणसी साल में किसी भी समय यात्रा किया जा सकता है। लेकिन वाराणसी घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बिच है जो आमतौर पर सर्दियों का मौसम होता है। इन महीनों के दौरान मौसम ठंडा और सुखद रहता है जो शहर की प्रमुख दर्शनीय स्थलों की यात्रा करने में कोई कठिनाई नहीं होता है। वाराणसी में गर्मियों का मौसम अप्रैल के महीने में शुरू होता है और जून महीने की अंत चलता है। गर्मियों में यहाँ का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। मानसून के दोरान वाराणसी में माध्यम बारिस साथ साथ भरी बारिश होने का भी संभावना रहता है और दर्शनीय स्थलों की यात्रा करना भी कठिन होता है।

वाराणसी कैसे पहंचे – How to Reach Varanasi in Hindi

वाराणसी देश के एक महत्पूर्ण तीर्थस्थल और धार्मिक स्थलों होने के कारण देश के सभी प्रमुख शहरों से वायु मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुडी हुई है।

वायु मार्ग – By Air : नजदीकी हवाई अड्डा लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा है जो शहर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। यह हवाई अड्डा देश के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

रेल मार्ग – By Train: वाराणसी रेलवे जंक्शन और काशी रेलवे स्टेशन वाराणसी में दो मुख्य रेलवे स्टेशन हैं। वाराणसी भारत के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। देश के सभी प्रमुख स्टेशनों से वाराणसी के लिए नियमित ट्रैन सेवाएं उपलब्ध है।

सड़क मार्ग – By Road : वाराणसी सड़क मार्ग के माध्यम से भी आसानी से पहंचा जा सकता है। यह शहर लखनऊ, इलाहाबाद, गोरखपुर, पटना और रांची जैसे शहरों के साथ सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुडा हुआ है। साथ ही देश के अन्य शहरों से बस सेवाएं भी उपलब्ध है।


और पढ़े :

2 thoughts on “वाराणसी में घूमने के लिए 14 सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – 14 Top Tourist Places in Varanasi in Hindi”

Leave a Comment